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अगर इस बीमारी से हैं परेशान तो आपके बच्चों के लिए खतरा

अमेरिका के दक्षिणी कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय के एक शोध में कहा गया कि अगले एक दशक में दमा से पीड़ित छोटे बच्चों में मोटापे की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। विश्वविद्यालय की प्रोफेसर फैंक डी गिलीलैंड...

अगर इस बीमारी से हैं परेशान तो आपके बच्चों के लिए खतरा
एजेंसीSat, 21 Jan 2017 05:33 PM
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अमेरिका के दक्षिणी कैलीफोर्निया विश्वविद्यालय के एक शोध में कहा गया कि अगले एक दशक में दमा से पीड़ित छोटे बच्चों में मोटापे की समस्या बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। विश्वविद्यालय की प्रोफेसर फैंक डी गिलीलैंड ने कहा कि जल्दी रोग की पहचान और इलाज से ही इस महामारी को रोका जा सकता है। अगर ऐसा नहीं किया गया तो दमा का दंश झेल रहे 51 फीसदी बच्चों को मोटापे की समस्या हो जाएगी। 

शोध में यह आशंका भी जताई गई कि मोटापे के शिकार बच्चों में दमा के विकास का खतरा बढ़ सकता है। दमा से पीड़त बच्चों को उनके बचपन या किशोरावस्था के बाद मोटापे का खतरा ज्यादा रहता है। यह आशंका सामान्य बच्चों की तुलना में डेढ़ गुने से भी ज्यादा होती है। 

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खेल और व्यायाम में कमी

प्रोफेसर गिलीलैंड ने कहा कहा कि दमा के शिकार बच्चों में श्वास संबंधी दिक्कतों की वजह से खेल और व्यायाम जैसी शारीरिक गतिविधियों में कमी आ जाती है। साथ ही अस्थमा के उपचार में ली जाने वाली दवाओं के प्रभाव से भी वजन बढ़ता है।

अन्य बीमारियों की आशंका

शोधकर्ताओं ने कहा कि मोटापे का शिकार हुआ अस्थमा पीड़त बच्चा अन्य बीमारियों की चपेट में भी आ सकता है। ऐसे बच्चों को पूर्व मधुमेह और फिर टाइप टू मधुमेह होने की आशंका रहती है। गिलीलैंड सुझाव दिया कि दमा इनहेलर से मोटापे को रोकने में मदद मिलती है। इस शोध का प्रकाशन ‘अमेरिकन जर्नल ऑफ रिस्पाइरेटी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन’ में किया गया है।

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