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Hindi Newsसितारगंज में कुल शरीफ के साथ हजरत दादा मियां का उर्स संपन्न

सितारगंज में कुल शरीफ के साथ हजरत दादा मियां का उर्स संपन्न

हजरत दादा मियां के तीन दिवसीय उर्स का शुक्रवार की सुबह कुल शरीफ के साथ समापन हो गया। गुरूवार की रात्रि मजार शरीफ पर चादरपोशी की गई। पंजाब, बंदायु व दिल्ली के कब्बालो ने बाबा की शान में मनकबत के साथ...

सितारगंज में कुल शरीफ के साथ हजरत दादा मियां का उर्स संपन्न
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 19 May 2017 02:40 PM
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हजरत दादा मियां के तीन दिवसीय उर्स का शुक्रवार की सुबह कुल शरीफ के साथ समापन हो गया। गुरूवार की रात्रि मजार शरीफ पर चादरपोशी की गई। पंजाब, बंदायु व दिल्ली के कब्बालो ने बाबा की शान में मनकबत के साथ ही कलाम पेश किए।

शुक्लाफार्म ग्राम थारू तिसौर में स्थित दरगाह पर बुधवार से उर्स का आयोजन किया। प्रथम दिन मिला दे शरीफ पड़ी गई। गुरूवार की रात्रि दिल्ली, पंजाब के बटाला से पहुंची महिला कब्बाल वफानाज व सबीनताज ने तेरे कुर्बानी प्यारे मोहम्मद गिरफ्तारी रहा हु मुझे सभा लो, अपने प्यारे नवासो का सदका या न बी मेरी झोली में डालो कलाम पेश कर माहौल मुहम्मदी बना दिया आदि कब्बाली पेश की। इसके बाद सबीनाताज ने साबिर ने बक्शी दी मुझे चाहत फरीद की पेश की। उन्होंने मेशर में काम आएगी निस्बत फरीद की कलाम पेश कर समां बांध दिया। कब्बाल किन्दर मीर आलम ने पंजाबी भाषा में अस्सा लाइया ने दस्सा गै नवाके, सौ रब दी दबारे तेरे आके बाबाजी साडा हज हो गया पड़ा। बंदायु के कब्बाल ताजगुड्डू ने मोहम्मद के शहर में आदि बेहतरीन कलाम पेश किए। उर्स में यूपी, पंजाब, राज्स्थान समेत आस-पास के क्षेत्रों से भारी संख्यां में जायरीन पहुंचे। मजार को बेहतरीन झालरों से सजाया गया था। मजार के सेवादार काले बाबा ने बताया कि शुक्रवार को सुबह कुल शरीफ के साथ उर्स का समापन हो गया है।

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