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बागेश्वर में आठ एटीएम बने शोपीस, उपभोक्ता परेशान

शनिवार को नगर के आठ एटीएम बंद रहे, जिससे उपभोक्ता परेशान रहे। मेलार्थी भी मेला दिखने के बजाए एटीएम की लाइन में खड़े नजर आए। लोगों को रुपये नहीं मिलने से वे सामान भी नहीं खरीद पाए। अलबत्ता नोटबंदी के...

बागेश्वर में आठ एटीएम बने शोपीस, उपभोक्ता परेशान
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 14 Jan 2017 05:51 PM
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शनिवार को नगर के आठ एटीएम बंद रहे, जिससे उपभोक्ता परेशान रहे। मेलार्थी भी मेला दिखने के बजाए एटीएम की लाइन में खड़े नजर आए। लोगों को रुपये नहीं मिलने से वे सामान भी नहीं खरीद पाए। अलबत्ता नोटबंदी के 67वें दिन भी लोग छुट्टे नहीं मिलने से परेशान रहे।नगर में 13 एटीएम हैं, जिसमें से पांच एटीएम में रुपये थे। लोगों ने चार हजार रुपये निकले भी, लेकिन दो हजार रुपये के छुट्टे नहीं मिलने से वे उत्तरायणी मेले में खर्च नहीं कर पाए। मेले में आए व्यापारी और उपभोक्ता दोनों ही मायूस दिखे। नाकुरी से आए कमल राम ने कहा कि नोटबंदी से सबसे अधिक गरीब परेशान है। गरीबों के पास जो भी रुपया था वह बैंक में जमा हो गया।

अब रुपये निकालने के लिए रोज बैंक और एटीएम का रुख कर रहे हैं। चौरासी के सोहन राम ने कहा कि नोटबंदी बड़ा मुद्दा है। कम रुपये से अब काम नहीं चल रहा है। चीजें महंगी हो गई हैं। कैशलेश होने पर दुकानों को अभी समय लगेगा। स्वाइप मशीन यहां किसी भी दुकान पर नजर नहीं आ रही है। बिलौना के भुवन सिंह ने कहा कि मेले में भीड़ है, लेकिन सामान कोई भी नहीं खरीद रहा है। एटीएम शोपीस बने हुए हैं। सैंज गांव के नीरज कुमार ने कहा कि गांव में एटीएम नहीं हैं। मेले के बहाने रुपये भी निकल जाएंगे, लेकिन यहां तो एटीएम खाली पड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी कैशलेस व्यवस्था से जनता का काम नहीं चलने वाला है।

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