फोटो गैलरी

Hindi Newsपुराने शहर में यातायात के लिए बनेगा इंटीग्रेटेड प्लान

पुराने शहर में यातायात के लिए बनेगा इंटीग्रेटेड प्लान

ट्रैफिक जाम एवं अतिग्रमण से ग्रस्त पुराने शहर के अच्छे दिन आने वाले हैं। नगर निगम एवं जीएमडीए ने पुराने शहर में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए महत्वाकांक्षी परियोजना तैयार की है। इस परियोजना...

पुराने शहर में यातायात के लिए बनेगा इंटीग्रेटेड प्लान
Sun, 04 Jun 2017 07:10 PM
ऐप पर पढ़ें

ट्रैफिक जाम एवं अतिक्रमण से ग्रस्त पुराने शहर के अच्छे दिन आने वाले हैं। नगर निगम एवं जीएमडीए ने पुराने शहर में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए महत्वाकांक्षी परियोजना तैयार की है। इससे पहले शहर की सड़कों का सर्वे शुरू किया गया है। इसके बाद जरूरत के मुताबिक विभिन्न सड़कों को दिल्ली के द्वारका एवं हैदराबाद के जुबली हिल्स की तर्ज पर पुनर्निमित किया जाएगा।

नगर निगम एवं जीएमडीए ने पिछले दिनों संयुक्त रूप से विश्व स्तरीय सर्वे एजेंसी डब्लूआरआई (वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट) के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे। इसमें कंपनी को शहर की सड़कों की स्थिति सुधारने में सहयोग करने का करार हुआ है। सर्वे का काम निगम की ही सर्वे एजेंसी करेगी, लेकिन फार्मूला डब्लूआरआई का होगा। यह एजेंसी एक महीने में सर्वे की रिपोर्ट तैयार कर निगमायुक्त को सौंप देगी। इसके बाद सर्वे में चिन्हित किए बिंदुओं पर सुधारीकरण का काम किया जाएगा। इसमें जरूरत के मुताबिक फ्लाईओवर, अंडरपास, वनवे, जेब्रा कॉसिंग आदि का प्रस्ताव शामिल है।

ऐसे होगा सर्वे

डब्लूआरआई प्रतिनिधियों के मुताबिक अभी पुराने शहर में सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक को लेकर है। दूसरी सबसे बड़ी समस्या पैदल या साइकिल से चलने वालों की सुरक्षा को लेकर है। इसलिए सर्वे में यह देखा जाएगा कि कौन सी सड़क पर कहां से कहां तक कितने पैदल यात्री एवं कितने साइकिल सवार चलते हैं। सड़क पर कहां जेब्रा क्रासिंग बनने की जरूरत है और कहा सड़क को डायवर्जन की आवश्यकता है। इसमें ट्रैफिक के फ्लो को देखते हुए यह भी तय किया जाएगा कि कौन सी सड़क पर फ्लाईओवर या अंडरपास की जरूरत है।

पुराने दिल्ली रोड से शुरू हुआ काम

डब्लूआरआई की सारिका पांडा के मुताबिक फिलहाल दिल्ली रोड से काम शुरू किया जा रहा है। इसमें महाबीर चौक से डूंडाहेड़ा बार्डर तक की सड़क पर ट्रैफिक एवं सड़क की हालत का अध्ययन किया जाएगा। रिपोर्ट एक महीने के अंदर तैयार हो जाएगी। इसके बाद नगर निगम या जीएमडीए की तरफ से सुधारीकरण का काम शुरू होगा। इस बीच एजेंसी दूसरी सड़कों के अध्ययन का काम शुरू कर देगी। उल्लेखनीय है कि नगर निगम की ओर से पुराने दिल्ली रोड के पुर्ननिर्माण का काम जारी है। इस काम पर करीब दो सौ करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।

सड़कों पर बनेगा फूटपाथ एवं साइकिल ट्रैक

करार के मुताबिक शहर की सभी सड़कों पर फूटपाथ एवं साइकिल ट्रैक की संभावना तलाशी जानी है। हालांकि यह काम अतिक्रमण के चलते काफी मुश्किल है, लेकिन एजेंसी एवं निगम अधिकारियों को उम्मीद है कि अतिक्रमण भी खाली होगा और सड़कें चलने लायक भी बनेंगी। बताते चलें कि राजस्व रिकार्ड में दिल्ली रोड समेत पुराने शहर की सभी सड़कों की पर्याप्त चौड़ाई रखी गई है, लेकिन अतिक्रमण की वजह से इस समय ज्यादातर सड़कें संकरी हो गई है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें