धनकोट में बनेगा पहला सरकारी मेडिकल कॉलेज
साइबर सिटी के पहले मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन की तलाश पूरी हो गई है। नगर निगम ने इसके लिए द्वारका एक्सप्रेस-वे के पास धनकोट गांव में 40 एकड़ जमीन चिन्हित की है। मेडिकल कॉलेज का नाम श्री शीतला माता के...
साइबर सिटी के पहले मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन की तलाश पूरी हो गई है। नगर निगम ने इसके लिए द्वारका एक्सप्रेस-वे के पास धनकोट गांव में 40 एकड़ जमीन चिन्हित की है। मेडिकल कॉलेज का नाम श्री शीतला माता के नाम पर रखने पर सहमति बनी है।नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार मेडिकल कॉलेज की जमीन के इस प्रस्ताव को मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेज दिया जाएगा। मंजूरी मिलने के बाद डीपीआर का काम शुरू होगा। मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन चिन्हित करने के लिए 28 फरवरी को निगमायुक्त वी. उमाशंकर ने जिला प्रशासन एवं हुडा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। उसमें चार स्थानों पर मेडिकल कॉलेज बनाने की चर्चा हुई, लेकिन सभी जमीनों की मौका रिपोर्ट उपलब्ध नहीं होने की वजह से उस समय कोई भी फैसला नहीं लिया जा सका था। हालांकि उन्होंने उसी बैठक में तत्कालीन संयुक्त निगमायुक्त रोहित यादव के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन कर जमीनों की मौका रिपोर्ट बनाने को कहा था। इस कमेटी ने निगमायुक्त के समक्ष अपनी रिपोर्ट पेश कर दी है। इसी रिपोर्ट के अधार पर निगमायुक्त ने धनकोट की 40 एकड़ भूमि को मेडिकल कॉलेज के लिए नामित करने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ने की थी घोषणाहरियाणा राज्य के 50 वर्ष पूरे होने पर एक नवंबर 2016 को साइबर सिटी में आयोजित राज्य स्तरीय स्वर्ण जयंती महोत्सव में खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस परियोजना की घोषणा की थी। उन्होंने दावा किया था कि राज्य के सभी जिलों में एक एक मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जाएगा। इस घोषणा के तत्काल बाद तत्कालीन निगमायुक्त टीएल सत्यप्रकाश ने मुख्यमंत्री के समक्ष इस मेडिकल कॉलेज का निर्माण नगर निगम एवं श्री शीतला माता श्राइन बोर्ड द्वारा कराए जाने का प्रस्ताव रखा। उसे मुख्यमंत्री ने हरी झंडी दे दी थी। हालांकि तकनीकी अड़चनों की वजह से उनके रहते इस परियोजना पर कुछ खास काम नहीं हो सका। 25 एकड़ जमीन की थी दरकारमेडिकल कॉलेज के लिए न्यूनतम 25 एकड़ जमीन की जरूरत थी। धनकोट गांव में जहां इस चिन्हित की गई है वहां पर अभी एक गधा फार्म का संचालन हो रहा है। नगर निगम ने गधा फार्म को 5 एकड़ में समेटने की योजना बनाई है। बाकी जमीन पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण होगा। यदि जरूरी हुआ तो गधा फार्म को भी भविष्य में यहां से हटा कर पूरी जमीन मेडिकल कॉलेज के इस्तेमाल में लाई जाएगी। संयुक्त बजट से निर्माणमेडिकल कॉलेज का निर्माण संयुक्त बजट से होगा। नगर निगम के अलावा गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) एवं श्री शीतला माता श्राइन बोर्ड इसमें सहयोग करेंगे। इसमें वित्तीय व्यवस्था से लेकर संचालन तक का काम शामिल हैं। हालांकि अभी इस संबंध में मेडिकल शिक्षा विभाग की ओर से हरी झंडी मिलना बाकी है। प्रतिक्रियाएं: मेडिकल कॉलेज के निर्माण से शहर के विकास को गति मिलेगी। गरीबों को सस्ता इलाज मिलेगा। यहां से निकलने वाले डॉक्टर देश भर अपनी सेवाएं देंगे। -उमेश अग्रवाल, विधायक गुरुग्राम मेडिकल कॉलेज के निर्माण के लिए बैठक हुई है। इसमें यह तय हो गया है कि निर्माण कार्य नगर निगम, जीएमडीए एवं श्रीशीतला माता श्राइन बोर्ड द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा। -डॉ. असरुद्दीन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, नगर निगमहमने मेडिकल कॉलेज के लिए चार स्थानों का सुझाव दिया था। इसमें से धनकोट स्थित गधा फार्म की जमीन पर मुहर लगी है। यह जमीन 40 एकड़ है। फिलहाल इसमें से हम 35 एकड़ भूमि ले रहे हैं। गधा फार्म को पांच एकड़ में समेट दिया जाएगा।-सुधीर चौहान, वरिष्ठ नगर योजनाकार, नगर निगम140 बिस्तर से मेडिकल कॉलेज को शुरू किया जाएगा 2500 तक बढ़ाई जा सकती है बिस्तरों की संख्या91 शैक्षणिक संस्थान हैं गुरुग्राम में छोटे-बड़े