किसानों की आमदनी दोगुना करेंगे : गृहमंत्री
भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुणा करने का एक संकल्प लिया है और हम इस आशा को विश्वास में बदलेंगे। इसे लेकर सरकार की ओर से...
भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुणा करने का एक संकल्प लिया है और हम इस आशा को विश्वास में बदलेंगे। इसे लेकर सरकार की ओर से प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
गृहमंत्री शनिवार को सूरजकुंड में आयोजित तीन दिवसीय कृषि नेतृत्व शिखर सम्मेलन 2017 के उद्घाटन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में कृषि क्षेत्र ही सन-राइजिंग सेक्टर है, जिसमें अपार संभावनाएं है। कृषि को सम्मानजनक और लाभकारी पेशा बनाया जा सके, इस दिशा में हरियाणा सरकार ने यह सम्मेलन आयोजित करके प्रभावी कदम उठाया है। सिंचाई की समुचित व्यवस्था के लिए नाबार्ड के तहत 20 हजार करोड़ रुपये के बजट की व्यवस्था की गई है, ताकि वर्ष 2019 तक 76 लाख हेक्टेयर असिंचित भूमि को सिंचित बनाया जाएगा। किसानों को उनके उत्पाद का बेहतर मूल्य मिल सके, इसे लेकर मार्च 2018 तक देशभर की 585 मंडियों को ई-नाम पोर्टल से जोड़ दिया जाएगा, ताकि किसान एक क्लिक के बाद किसान यह जान सकें कि किस मंडी में किस उत्पाद के रेट अच्छे मिल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया में कुछ लोगों का यह मिथक था कि खेती या कृषि में अब संभावनाएं समाप्त हो चुकी हैं, लेकिन भारत में तकनीक के सहयोग से खेती में अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि देश में पंजाब व हरियाणा दो ऐसे राज्य हैं , जिन्होंने भारत को खाद्यान में आत्मनिर्भर बनाया है।
उन्होंने किसानों से कहा कि वे हरियाणा दिल्ली से सटा है। इसके चलते वे एनसीआर की आवश्यकताओं के अनुरूप फल, फूल व सब्जी का उत्पादन करके अपनी पैदावार की अच्छी कीमतें ले सकते हैं। खाद्य प्रसंस्करण में अपार संभावनाएं हैं। एसोचैम द्वारा करवाए गए एक सर्वें के अनुसार 33 बिलियन डालर की इस क्षेत्र में संभावनाए हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में विभिन्न प्रकार की नई-नई चीजों का लाया जा सकता है। चाहे उस उत्पाद का वितरण, विपणन या बांडिंग हीं क्यों न हो, प्रगतिशील किसान इस क्षेत्र में प्रभावी कदम उठा सकते हैं।
गृहमंत्री ने कहा कि डेयरी, मत्स्य पालन, पोल्टी के साथ-साथ इससे जुडे सेक्टरों को बढ़ावा देने के लिए 8000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसमें 2000 करोड़ रुपये का प्रावधान वर्ष 2017-18 के लिए डेयरी के लिए सुनिश्चित किया गया है। इस मौके पर कृषि से जुडी एक लघु फिल्म भी दिखाई गई। इससे पहले, कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने मुख्य अतिथि गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री एसएस आहलुवालिया का पगड़ी व शाल पहनाकर तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर उद्योग मंत्री विपुल गोयल, सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर, मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा, हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड की चेयरपर्सन कृष्णा गहलावत, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, विधायक मूलचंद शर्मा, टेकचंद शर्मा, फरीदाबाद महापौर सुमन वाला, केन्द्रीय पशुपालन मंत्रालय के सचिव देवेन्द्र चौधरी, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के सचिव शोभना के पटनायक भी मौजूद रहे।