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मुख्यमंत्री जी! बारिश का नहीं यह सीवर का जलभराव

फ्लैग-कागजों में सिमटी मानसून से पहले की तैयारी, सड़कों पर जमा नालों और सीवर के पानी से लोग परेशान मुख्यमंत्री आज शहर में हैं। आम लोग उनका ध्यान सड़कों पर होने वाले जलभराव की ओर दिलाना चाहते हैं।...

मुख्यमंत्री जी! बारिश का नहीं यह सीवर का जलभराव
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 23 Apr 2017 06:20 PM
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फ्लैग-कागजों में सिमटी मानसून से पहले की तैयारी, सड़कों पर जमा नालों और सीवर के पानी से लोग परेशान

मुख्यमंत्री आज शहर में हैं। आम लोग उनका ध्यान सड़कों पर होने वाले जलभराव की ओर दिलाना चाहते हैं। बार-बार शिकायत करने पर यहां तक की ग्रीवेंस कमेटी की बैठक के निर्णय के आदेश के बाद भी समस्याओं का समाधान नहीं होता है। मानसून अभी भले ही दूर हो, लेकिन स्मार्ट सिटी के लोग कुछ इलाकों में नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। सड़कों पर सीवर और नालों का गंदा पानी जमा रहता है। अधिकारियों और कर्मचारियों के सामने जनप्रतिनिधि बेबस नजर आते हैं। अपने पाठकों की शिकायत पर शहर के ऐसे तीन स्थानों से 'हिन्दुस्तान' की रिपोर्ट।

फरीदाबाद। अशोक कुमार

मानसून आने में भले ही अभी दो महीने बाकी हों, लेकिन स्मार्ट सिटी की कुछ सड़कों पर बीते तीन महीने से जलभराव है। सड़कों पर जलभराव के कारण कुछ इलाकों में लोगों के घरों में गंदा पानी घुस जाता है। जमा गंदे पानी के चलते सड़कों से गुजरना मुश्किल है। सड़कों पर जमा गंदे पानी के चलते बाजार से ग्राहक गायब हैं, इससे व्यापारी वर्ग परेशान और बेबस हैं। करीब पचास लाख रुपये नालों की सफाई पर खर्च करने वाले नगर निगम ने मानसून से पहले नालों की सफाई का काम शुरू नहीं किया है। सड़क से पानी निकालने के लिए कभी किसी नाले को कहीं से तोड़ दिया जाता है तो कहीं से बंद कर दिया जाता है। नाले गंदगी से अटे पड़े हैं। नालों की सफाई यदि समय रहते जल्द नहीं कराई गई तो इसका खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ेगा।

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दृश्य-एक,

वायु सेना सड़क पर जलभराव

डबुआ पुरानी सब्जी मंडी चौक से मोड़ तक वायु सेना सड़क पर बीते तीन महीने से नाले का गंदा पानी जमा रहता है। सुबह के समय बच्चों का स्कूल जाना दूभर है। सड़क से पैदल निकला बड़ी समस्या बन गया है। सड़क से रात में पानी कम हो जाता है। सुबह होते ही नालों का गंदा पानी सड़क पर आ जाता है। इस सड़क से वायुसेना कर्मियों के अलावा इलाके की करीब चार लाख की आबादी गुजरती है। यहां व्यापार मंडल के प्रधान राम जुनेजा बताते हैं कि बीते तीन महीने से बाजार में धंधा-पानी चौपट है। नगर निगम के सभी अधिकारियों को बार-बार शिकायत के बाद भी राहत नहीं मिली। बस इतना हुआ कि छह महीने पर जो पानी सड़क के आखिरी छोर पर जमा होता था, अब वह यहां जमा होने लगा है।

दृश्य-दो,

बड़खल गांव के मुख्य मार्ग पर जलभराव

बड़खल गांव नगर निगम क्षेत्र का अधिक आबादी का बड़ा गांव है। इस गांव के नाम से ही बड़खल विधानसभा क्षेत्र है, लेकिन इस गांव में जैसे ही प्रवेश करेंगे तो सड़क जलभराव के कारण वहां से गुजरना मुश्किल होगा। ऐसी स्थिति दो साल से है। गांव की सीवरलाइन और नाले गंदगी से अटे पड़े हैं। नतीजा गंदा पानी सड़क पर जमा रहने लगा है। गांव में छोटे बच्चों के सरकारी और गैर सरकार करीब पांच स्कूल हैं। कई बार स्कूल को बच्चों की छुट्टी करनी पड़ती है। इलाके के लोग इस समस्या से परेशान हो चुके हैं और अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के प्रति गुस्से में हैं। गांव के जाकिर हुसैन बताते हैं कि बार-बार शिकायत कर चुके हैं।

दृश्य-तीन

सुभाष कॉलोनी की मुख्य सड़क लालकोठी

मुकेश कॉलोनी इलाके का बड़ा नाला गंदगी से अटा होने के कारण सुभाष कॉलोनी से गंदे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है, जिसके चलते गंदा पानी लाल कोठी के पास कॉलोनी की मुख्य सड़क पर जमा रहता है। इस जलभराव से इलाके की करीब पचास हजार की आबादी खासी परेशान है। लोगों का सड़क से गुजरना दूभर है। स्थानीय निवासी अरुण बताते हैं कि इलाके में फैली गंदगी के कारण लोग बीमारियों की चपेट में हैं। नगर निगम का कोई कर्मचारी सफाई के लिए आता नहीं है। अधिकारियों से लेकर नेताओं को बार-बार शिकायत कर चुके हैं। मुख्यमंत्री आने वाले हैं, संभवत: उनकी नजर इस कॉलोनी पर भी पड़ जाए।

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शहरवासियों को भुगतना होगा नगर निगम की कार्यशैली का खामियाजा!

नगर निगम की कुंभकर्णी नींद और लापरवाही का खामियाजा बरसात के दिनों में शहरवासियों को भुगतने की आशंका है। शहर के तमाम बड़े नाले गंदगी से अटे पड़े हैं। कई इलाकों में मानसून से पहले ही नालों का गंदा पानी सड़कों पर जमा हो गया है। बारिश से पहले नालों की सफाई कराने का दावा नगर निगम प्रतिवर्ष करता है, लेकिन जब बारिश आती है, तभी नगर निगम नींद से जागता है। शहर में कई नालों की सफाई बीते कई साल से नहीं हुई। या फिर सफाई के नाम पर खानापूर्ति करने के आरोप स्थानीय लोग लगाते हैं।

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ओपी गोयल, मुख्य अभियंता, नगर निगम: बारिश से पहले शहर के सभी नालों की सफाई करवाने की योजना बनाई जा रही है। समय रहते सभी नालों की सफाई होगी। एयरफोर्स रोड पर एक डिस्पोजल बना रहे हैं। इससे समस्या का समाधान जल्द होगा।

शहर के बड़े नालों पर एक नजर

-बल्लभगढ़ के सिटी पार्क नाला

-एसी नगर नाला

-बीके चौक से एनएच-एक का नाला

-जवाहर कालोनी-पर्वतीय कॉलोनी का नाला

-डबुआ कॉलोनी का नाला

-एयरफोर्स रोड का नाला

-गौंछी ड्रेन

संबंधित बातें

शहर में पक्की सड़कें करीब : 1350 किलोमीटर

सतही नाली निकासी : करीब 850 किलोमीटर

सीवेज लाइन : 1038 किलोमीटर

डिस्पोजल करीब : 24

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