गुमला में लगी पेंशन अदालत
गुमला टाउन हॉल में मंगलवार को जिलास्तरीय पेंशन अदालत लगाई गई। कार्यक्रम का उद्घाटन गुमला डीसी ने दीप प्रज्वलित कर किया। पेंशन अदालत में विभिन्न विभागों से सेवानिवृत्त कर्मी शामिल हुए। लाभुकों ने...
गुमला टाउन हॉल में मंगलवार को जिलास्तरीय पेंशन अदालत लगाई गई। कार्यक्रम का उद्घाटन गुमला डीसी ने दीप प्रज्वलित कर किया। पेंशन अदालत में विभिन्न विभागों से सेवानिवृत्त कर्मी शामिल हुए। लाभुकों ने सेवानिवृत्ति के बाद मिलनेवाला भुगतान नहीं होने की बात कही। डीसी श्रवण साय कहा कि विभिन्न विभागों से पेंशन संबंधी 22 आवेदन प्राप्त हुए हैं। प्राप्त आवेदन को संबंधित विभाग और बैंक को भेज दिया गया है।
उन्होंने कहा कि अपने सीनियर सेवानिवृत्त कर्मी को परेशान करना गलत है। सभी विभाग में जो भी कर्मी या पदाधिकारी कार्यरत हैं उन्हें भी सेवानिवृत्त होना है। इसलिए सेवानिवृत्ति के बाद मिलनेवाले लाभ के लिए पेंशनभोगियों को परेशान नहीं करें। उन्होंने सेवानिवृत्त कर्मियों को मरणोपरांत भी लाभ नहीं मिलने पर चिंता जताई। वहीं पेंशनधारियों की वर्षों पुरानी कुछ पावनाओं के लिए बाबुओं के चक्कर से मुक्ति दिलाने की बात कही।
शिक्षा विभाग की खोली पोल
चैनपुर निवासी सेवानिवृत्त शिक्षक रामानुज शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग में पेंशन संबंधित कागजात उपलब्ध कराने के बाद भी कार्रवाई नहीं होती है। शर्मा ने पूर्व के शिक्षा अधीक्षक पर आरोप लगाया कि पेंशनधारी का पेंशन संबंधित प्रतिवेदन कोषागार में फाइल आगे नहीं बढ़ान के कारण पेंशन स्वीकृत नहीं की जा सकी। उनका पैसे के अभाव में स्वर्गवास हो गया। तत्कालीन शिक्षा अधीक्षक ने एक माह पूर्व पेंशन संबंधी प्रतिवेदन कोषागार को सौंपा है, जो अब तक लटका है।