फोटो गैलरी

Hindi Newsअपने दौर को बदलती ये नई नायिकाएं

अपने दौर को बदलती ये नई नायिकाएं

सालों पहले साठ के दशक की चर्चित नायिका वहीदा रहमान ने एक बार बताया था- ‘शूटिंग के बाद एक शाम निर्माता, निर्देशक और नायक कुछ इन्वेस्टमेंट की बात कर रहे थे- कहां पैसे लगाएं? कहां से निकाल लें?...

अपने दौर को बदलती ये नई नायिकाएं
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 07 Feb 2016 07:51 PM
ऐप पर पढ़ें

सालों पहले साठ के दशक की चर्चित नायिका वहीदा रहमान ने एक बार बताया था- ‘शूटिंग के बाद एक शाम निर्माता, निर्देशक और नायक कुछ इन्वेस्टमेंट की बात कर रहे थे- कहां पैसे लगाएं? कहां से निकाल लें? मैंने पूछ लिया- भई, मुझे भी बताइए, कहां लगाऊं पैसे? निर्माता ठठाकर हंसते हुए बोले- मैडम, आप इन सबमें दिमाग मत लगाइए, वह कीजिए, जो आपकी समझ आता है। गहने-शहने खरीद लीजिए।’ हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में नायिकाओं को बस यही दर्जा दिया जाता है- खूबसूरत, मादक, करुणामयी।

यहीं पर बुद्धिमान और स्मार्ट नायिकाओं के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो जाती है।
फिल्म से बाहर की दुनिया भी नायिकाओं को इसी पुरुषवादी नजरिये से देखती है। फिल्म में भी हर कदम पर उन्हें नायक के सहारे की जरूरत पड़ती है और बाहर भी। इस मिथ को कुछ नायिकाओं ने तोड़ा है। प्रिटी जिंटा, कंगना रनोट, दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा ने परदे पर बेशक कई बार अबला की भूमिका निभाई हो, असल जिंदगी में वे रफ और टफ हैं। पर फिल्म उद्योग की मानसिकता आज भी बहुत नहीं बदली है। वे अब भी नायकों से लगभग आधा कमाती हैं। ज्यादातर फिल्मों का प्रमोशन नायक ही करते हैं। नायिका साथ हो, तो वे उसके डे्रसिंग सेंस से लेकर कॉमन सेंस तक का मजाक उड़ाने से बाज नहीं आते। कई बार इस तरह के मजाक का हिस्सा बनकर नायिकाएं बस मुस्करा देती हैं।

इसीलिए दो दिन पहले एक टीवी शो में कैटरीना कैफ को बेहतरीन हिंदी और संजीदगी भरी बातें बोलता देख सुखद आश्चर्य हुआ। कैटरीना इन दिनों गलत वजहों से चर्चा में हैं। रणबीर कपूर को लेकर कैटरीना केपरिवार तक पर सोशल साइट्स पर अंधाधुंध टिप्पणियां हो रही हैं। एक लड़की, जो बहुत छोटी उम्र में अपना वतन छोड़ मुंबई फिल्मों में अपना करियर बनाने आई थी। उनके बारे में कहा गया कि सुपर स्टार सलमान खान के साथ नजदीकियों की वजह से उन्हें फिल्में मिलीं। पिछले कुछ सालों में कई कामयाब फिल्में देने के बाद भी उनकी गिनती अच्छी अदाकाराओं में नहीं होती।
चर्चा के दौरान कैटरीना ने बहुत संतुलित शब्दों में कहा कि इंडस्ट्री में वह सिर्फ सलमान की वजह से नहीं टिकी हैं। मेहनती हैं, इसलिए वह अपने काम के साथ न्याय कर पाती हैं।

रिश्तों को लेकर बेहद संजीदा कैटरीना ने तमाम सवालों के दौरान एक बार भी रणबीर कपूर के माता-पिता या अपने बे्रक अप को लेकर नकारात्मक बातें नहीं कहीं। वह चाहतीं, तो कई सवालों के जवाब देने से मुकर सकती थीं, अपने खूबसूरत चेहरे पर अज्ञानता का आवरण चढ़ा सकती थीं। पर कैटरीना ने ऐसा नहीं किया। तब वहीदा जी की बातें याद आ रही थीं... बरसों से फिल्म इंडस्ट्री नायिकाओं की अवहेलना करती रही। अब यह नई पीढ़ी, जो दिल, दिमाग और खूबसूरती के साथ नए आकर्षक पैकेज में सामने आ रही है, निश्चित फिल्म इंडस्ट्री में एक नए बदलाव की आहट है।  

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें