फोटो गैलरी

Hindi Newsधीरज में बल बहुत है

धीरज में बल बहुत है

जरा-जरा सी बात पर तमतमा जाना और तीखी-से-तीखी प्रतिक्रिया देना जैसे उनकी पहचान बन गई है। पूछने पर वह यही कहते हैं कि क्या करूं, खुद को कंट्रोल ही नहीं कर पाता। हालांकि मैं जानता हूं कि इससे स्थिति और...

धीरज में बल बहुत है
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 25 Nov 2015 09:33 PM
ऐप पर पढ़ें

जरा-जरा सी बात पर तमतमा जाना और तीखी-से-तीखी प्रतिक्रिया देना जैसे उनकी पहचान बन गई है। पूछने पर वह यही कहते हैं कि क्या करूं, खुद को कंट्रोल ही नहीं कर पाता। हालांकि मैं जानता हूं कि इससे स्थिति और बिगड़ जाती है। ऐसी स्थिति से तभी निपटा जा सकता है, जब आपने धैर्य को साध लिया हो। दरअसल, आपा खो देना बहुत ही आसान है, लेकिन धैर्य को बनाए रखना, उतना ही कठिन।

कई बार निर्देश, अनुरोध, डांट-फटकार से उतना काम नहीं बनता, जितना आपके थोड़े से धैर्य से बनता है। धैर्य खुद के लिए भी और आपसे जुड़े लोगों के लिए भी फायदेमंद होता है। नेल्सन मंडेला ने एक बार गांधी दर्शन के बारे में कहा था कि अहिंसा से जुड़ा उनका महान विचार धैर्य ही तो है। बगैर धीरज के आप एक गाल पर तमाचा खाने के बाद दूसरा गाल आगे नहीं कर सकते।

अपनी फिल्म लाइफ ऑफ पाई  से दुनिया की नजरों में आए फिल्म निर्देशक आंग ली कहते हैं कि क्रिएटिव वर्ल्ड में धैर्य न हो, तो आप कुछ भी नहीं कर सकते। आपकी दर्जनों रचनाएं आलोचना झेलती हैं, आप इनसे खुद भी संतुष्ट नहीं होते, आखिर अपेक्षित कामयाबी मिलने तक आप अपने धैर्य से जूझते रहते हैं। खुद आंग ली ने लाइफ ऑफ पाई   से पहले 12 फिल्में बनाईं और उन सारी फिल्मों की कुल जोड़ कामयाबी लाइफ ऑफ पाई  के सामने नहीं टिकती। दरअसल, धैर्य का मतलब है कि आप किसी भी तरह दिल को अपने दिमाग पर हावी नहीं होने देते। आप अपनी असफलता के क्षणों में भी आगे की कोई राह तलाशते हैं। महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने धैर्य के बारे में कहा था कि मेरी ज्यादातर खोजों में 99 प्रतिशत धैर्य और एक प्रतिशत प्रेरणा का योगदान रहा है। उन्होंने इस सोच की गांठ बांध ली थी कि धैर्य के बिना सब कुछ बेकार है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें