राजेम पार्टी को जानते हैं?
हमारा मीडिया बहुत-सी जरूरी खबरें हम तक पहुंचाता नहीं है, इसलिए हमें लगता है कि दुनिया में जो गलत हो रहा है, उसको चुनौती देने वाला कोई नया काम कहीं नहीं हो रहा। आज का नव-उदार पूंजीवाद जो चाहता है, कर...
हमारा मीडिया बहुत-सी जरूरी खबरें हम तक पहुंचाता नहीं है, इसलिए हमें लगता है कि दुनिया में जो गलत हो रहा है, उसको चुनौती देने वाला कोई नया काम कहीं नहीं हो रहा। आज का नव-उदार पूंजीवाद जो चाहता है, कर ले रहा है और उसे चुनौती दे सकने वाली वाम शक्तियां कहीं दिख नहीं रही हैं, या जो दिख रही हैं, वे या तो पस्त पड़ी हैं, या सृजनशील ढंग से नई परिस्थिति में काम करने में असमर्थ हैं। लेकिन दुनिया में जगह-जगह नव-उदार पूंजीवाद के विरुद्ध नई वाम शक्तियां उभर रही हैं, जैसे स्पेन में पोदेमोस, ग्रीस में सीरिजा और अब पोलैंड में राजेम पार्टी। इनमें सबसे नई है राजेम पार्टी। इसी साल मई में उसका पहला सम्मेलन हुआ था और जुलाई में विधिवत पंजीकरण हुआ है। राजेम पार्टी का अनोखापन इस बात में है कि यह नव-उदार पूंजीवाद के साथ-साथ हर तरह के तानाशाह निजाम के खिलाफ है। वह स्त्रीवादी है। इसके सदस्यों में ज्यादातर छोटे-मोटे काम करने वाली अकेली माएं, शिक्षक-शिक्षिकाएं व मेहनतकश लोग हैं। इस पार्टी का कोई सर्वोच्च नेता नहीं है, केवल 10 सदस्यों का एक बोर्ड है और 20 सदस्यों की एक परिषद् और इन 30 सदस्यों में कोई छोटा-बड़ा नहीं, सब समान हैं। इसकी एक विदुषी नेता इवा एलिस्या मायेव्सका का कहना है कि हम चुनाव जीतने के लिए राजनीति में नहीं आए हैं, जिन्हें जीत ही चाहिए, वे खिलाड़ी बनें, सैनिक बनें या सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भाग लें। हमारा उद्देश्य तो एक समतामूलक समाजवादी समाज बनाना है।