प्रधानों के खाते नहीं, विकास पर कुंडली मार बैठी है सपा सरकार: तोमर
केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के सामने सोमवार को ग्राम प्रधानों का दर्द उभरकर सामने आया। गोरखपुर क्लब में आयोजित मंडलीय सम्मेलन में प्रधानों ने अपने निर्वाचन के आठ...
केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के सामने सोमवार को ग्राम प्रधानों का दर्द उभरकर सामने आया।
गोरखपुर क्लब में आयोजित मंडलीय सम्मेलन में प्रधानों ने अपने निर्वाचन के आठ महीने बाद भी खाते शुरू न हो पाने की बात जोर-शोर से उठाई। इस पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए तोमर ने कहा कि सपा सरकार प्रधानों के खाते नहीं, विकास पर कुंडली मारकर बैठी है।
उन्होंने कहा कि सरकार शायद सोचती होगी कि गांवों का विकास हुआ तो इसका क्रेडिट भाजपा को मिल जाएगा। ऐसी सोच और काम की जितनी निंदा की जाए वो कम है। केंद्र सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। जरूरत पड़ी तो वह खुद मुख्यमंत्री से बात और लिखा-पढ़ी करेंगे। तोमर ने मध्य प्रदेश का मॉडल सामने रखते हुए ग्राम प्रधानों को मनरेगा से गांवों में सार्थक विकास करने की सीख दी। उन्होंने कहा कि मनरेगा का 48 प्रतिशत पैसा खर्च कर मध्य प्रदेश में सिंचाई का रकबा बढ़ाने में कामयाबी मिली। यूपी में हिसाब-किताब ठीक नहीं था। खर्च चाहे जितना हो, केंद्र सरकार उतना पैसा देगी, बशर्ते काम दिखना चाहिए।
योगी ने कहा, अखिलेश सरकार को लगी है प्रधानों की हाय
सम्मेलन के विशिष्ट अतिथि और सांसद योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश सरकार पर ग्राम प्रधानों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आठ-नौ महीनों से प्रदेश सरकार ने गांवों को विकास से वंचित कर रखा । भारत सरकार ने पैसा भेज दिया लेकिन प्रदेश में शरारतपूर्ण ढंग से पंचायतों के खातों पर रोक लगा रखी गई है। सपा और मुख्यमंत्री के परिवार में चल रही खींचतान को प्रधानों की हाय का परिणाम बताते हुए योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार की उलटी गिनती शुरू हो चुकी है।
उन्होंने ग्रामीण विकास से जुड़ी योजनाओं की मानीटरिंग का जिम्मा सांसदों को सौंपते हुए हर जिले में दिशा कमेटी बनाने के लिए केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर की खुलकर तारीफ की। योगी ने कहा कि मंत्री बनने के 15 दिन के अंदर तोमर ने वह कर दिखाया जो आज तक नहीं हुआ था। इससे विभिन्न योजनाओं के तहत वर्षों से लटके गांवों के काम होने लगे।