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रोडवेज बसों पर कोहरे की मार, सुस्त हुई रफ्तार

रोडवेज बसों पर कोहरे की मार पड़नी शुरू हो गई है। लखनऊ, नई दिल्ली और इलाहाबाद से आने वाली बसें औसतन दो से चार घंटे बिलंब से पहुंच रही हैं। सभी बसों में आल वेदर बल्ब नहीं लगने से भी दिक्कत हो रही...

रोडवेज बसों पर कोहरे की मार, सुस्त हुई रफ्तार
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 01 Dec 2016 10:20 PM
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रोडवेज बसों पर कोहरे की मार पड़नी शुरू हो गई है। लखनऊ, नई दिल्ली और इलाहाबाद से आने वाली बसें औसतन दो से चार घंटे बिलंब से पहुंच रही हैं। सभी बसों में आल वेदर बल्ब नहीं लगने से भी दिक्कत हो रही है।

सामान्य दिनों में रोडवेज बसें गोरखपुर से दिल्ली की दूरी 18 से 20 घंटे, इलाहाबाद की दूरी 8 घंटे और लखनऊ की दूरी 5 से 6 घंटे में तय करती हैं। कोहरे के असर के बाद बसों की रफ्तार पर असर पड़ा है। सामान्य दिनों की अपेक्षा रोडवेज बसों को यह दूरी तय करने में दो से चार घंटे की देरी हो रही है।

इलाहाबाद और गोरखपुर के बीच चलने वाली बस के ड्राइवर रमेश तिवारी ने बताया कि तराई और कछार वाले क्षेत्रों में कोहरे का प्रभाव अधिक है। सबसे अधिक दिक्कत सुबह के वक्त हो रही है। लखनऊ और गोरखपुर के बीच चलने वाली बसों को भी कोहरे की मार झेलनी पड़ रही है। तराई वाले जिलों सिद्धार्थनगर और महराजगंज की तरफ जाने वाली बसों को रात होते ही कोहरे की मार झेलनी पड़ रही है।

गोरखपुर डिपो के ड्राइवर राजेन्द्र ने बताया कि आम दिनों में डेढ़ घंटे में महराजगंज की दूरी तय हो जाती थी अब दो घंटे लग जा रहे हैं। रात्रि सेवा में कम हुए मुसाफिरठंड और कोहरे का असर रात्रि सेवा वाली बसों पर दिखने लगा है। वाल्वो बसों में मुश्किल से सवारी मिल रही है।

बुधवार की शाम 7 बजे से 11 बजे रात तक गोरखपुर से रवाना हुई वाल्वो में बामुश्किल 30 से 40 फीसदी मुसाफिर मिले। बुकिंग विंडो पर मौजूद क्लर्क ने बताया कि 45 सीटों वाले वाल्वो बस में 10 से 15 सीटें ही फुल हो रही हैं। वहीं सामान्य बसों में भी बामुश्किल 70 फीसदी सीटें ही फुल हो रही हैं।

कोहरे का असर तो दिखने लगा है लेकिन टाइमिंग अभी बहुत नहीं बिगड़ी है। वाल्वो में यात्री कुछ कम हुए है। लंबी दूरी की बसों में ऑन वेदर बल्ब लगाए जा रहे हैं। आरके मंडल, एआरएम

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