फोटो गैलरी

Hindi Newsससुरालियों ने कहा पैसा नहीं केवल परिवार चाहिए

ससुरालियों ने कहा पैसा नहीं केवल परिवार चाहिए

खलीलाबाद के शुगर मिल चौराहे से प्रियंका की विदाई लोगों के लिए एक नजीर बन गई। नोटबंदी में पैसे के अभाव में बेटी प्रियंका की विदाई की तिथि बदल रहे पिता पर ससुरालियों ने दरियादिली दिखाई और कहा उन्‍हें...

ससुरालियों ने कहा पैसा नहीं केवल परिवार चाहिए
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 08 Dec 2016 08:20 PM
ऐप पर पढ़ें

खलीलाबाद के शुगर मिल चौराहे से प्रियंका की विदाई लोगों के लिए एक नजीर बन गई। नोटबंदी में पैसे के अभाव में बेटी प्रियंका की विदाई की तिथि बदल रहे पिता पर ससुरालियों ने दरियादिली दिखाई और कहा उन्‍हें पैसा नहीं केवल परिवार चाहिए। प्रियंका रूंधे गले आसुओं के साथ विदा तो हुई लेकिन उसे अपने ससुरालियों पर काफी नाज था।

खलीलाबाद के सुगर मिल चौराहा निवासी राजेश गुप्ता गीडा में एक फैक्टरी में मजदूर हैं। उनकी बेटी की शादी 23 नवम्बर को कानपुर के व्यवसायी परिवार में हुई थी। पखवारे भर के अंदर ही 8 दिसम्बर को प्रियंका की विदाई की तिथि भी निर्धारित की गई थी।

इस बीच नोट बंदी के कारण रुपयों की किल्लत के चलते प्रियंका के पिता ने ससुरालियों से विदाई की तिथि बदलने की गुहार लगाई थी। ससुरालियों में शामिल सदस्यों ने जब इसका कारण पूछा तो राजेश ने रुपयों की किल्लत और व्यवस्था न कर पाने में असमर्थता जताई। ससुरालियों ने दरियादिली दिखाई। इस पर निर्धारित तिथि को ही वह अपने रिश्तेदार के यहां पहुंचे, राजेश से सिर्फ बेटी विदा करने को कहा। दूल्हन प्रियंका ही नहीं पूरा परिवार अवाक रह गया।

सभी ने तत्काल आम तौर पर घर में खाया जाने वाला खाना बनाया। दूल्हन की विदाई कराने आये दूल्हे विनोद, बड़े भाई अरुण व जेठानी समेत कुल तीन बच्चों को भोजन कराया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें