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पौधों की 2800 प्रजातियां संकट में

वानस्पतिक अनुसंधान संस्थान लखनऊ के निदेशक प्रो. एसके बारिक ने कहा है कि आज पौधों की 2800 प्रजातियां संकट में है। देश में 37 संस्थानों के वैज्ञानिकों ने सौ प्रजातियों का चयन कर उनके संरक्षण के उपाय...

पौधों की 2800 प्रजातियां संकट में
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 09 Feb 2017 11:20 PM
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वानस्पतिक अनुसंधान संस्थान लखनऊ के निदेशक प्रो. एसके बारिक ने कहा है कि आज पौधों की 2800 प्रजातियां संकट में है। देश में 37 संस्थानों के वैज्ञानिकों ने सौ प्रजातियों का चयन कर उनके संरक्षण के उपाय खोज लिए हैं। 75 पौधों को संरक्षित कर लिया गया है। सभी पौधों को संरक्षित करने के लिए सभी लोगों को आगे आना होगा।

यह बातें डीडीयू के बॉटनी विभाग में प्रो. बारिक ने प्रो. एसके भार्गव मेमोरियल व्याख्यान समारोह को सम्‍बोधित करते हुए कहीं। उन्होंने पौधों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पारिस्थितिकी तंत्र को ठीक रखने में वनिस्पतियां सहायक होती हैं। उदाहरण देकर समझाया कि प्राकृतिक परिवर्तन से सौ वर्ष में एक पौधा विलुप्त होता है। लेकिन मानव द्वारा उत्पन्न दोहन के कारण प्रत्येक वर्ष कम से कम सौ पौधे विलुप्ति के कगार पर पहुंच रहे हैं। इस दौरान उन्होंने केवड़ा, जिनसेंग, चिरायता व गुग्गुल आदि पौधों का उदाहरण दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. अशोक कुमार ने की। विज्ञान संकाय अध्यक्ष प्रो. एके सेनगुप्ता ने प्रो. एके भार्गव के कार्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

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