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गाजीपुर: आये दिन हादसे, रोजना लगता है जाम

नगर क्षेत्र की सड़कों पर तीन पहियों के यमदूतों का राज चलता है। आटो के रूप में यह यमदूत तेज रफ्तार में इधर-उधर भागते रहते है। आये दिन इनकी वजह से हादसे और जाम लग रहा है। इनकी रफ्तार और इनके स्टापेज पर...

गाजीपुर:  आये दिन हादसे, रोजना लगता है जाम
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 09 Dec 2016 05:40 PM
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नगर क्षेत्र की सड़कों पर तीन पहियों के यमदूतों का राज चलता है। आटो के रूप में यह यमदूत तेज रफ्तार में इधर-उधर भागते रहते है। आये दिन इनकी वजह से हादसे और जाम लग रहा है। इनकी रफ्तार और इनके स्टापेज पर पुलिस भी अंकुश नहीं लगा पा रही है। जहां जी में आया चालक इन्हें वहीं रोक देते है। इस बात का जरा भी ध्यान नहीं दिया जाता है कि इनके रूकने से जाम भी लग सकता है।

आटो नामक यह यमदूत आये दिन हादसों का सबब भी बन रहे है। इनका रूकने का कोई फिक्स स्थान नगर क्षेत्र में नहीं है। लंका बस स्टैंड के करीब ही इनका भी स्टैंड बन गया है। इनकी वजह से नगर क्षेत्र में आये दिन जाम भी लगता है। भीड़ भाउ़ वाले इलाकों में इनकी धमक कुछ ज्यादा ही रहती है। एक तो सकरी सड़क ऊपर से इतनी भीड़ ऐसे में आटो की धमक से जाम लगना लाजमी है। मुख्य बाजार जैसे मिश्रबाजार समेत लाल दरवाजा इलाके में इनकी वजह से आये दिन जाम लगता है। सबसे अधिक लंका परिक्षेत्र में आटो की वजह से जाम लगता है। चालकों का जहां जी आता है वहीं वह अपने आटो को खड़ा कर सवारियों के आने का इंतजार करने लगते है। लंका क्षेत्र में इनकी धौस चलती है। बस स्टैंड के करीब एक नहीं दर्जनों आटो दिन भर चक्रमण करते रहते है। बस के सामने ही चालक अपने आटो को लगा देते है और सवारी भरने लगते है। रोकने-टोकने पर यह आटो चालक और इनके नम्बर टेकर झगड़ा करने पर अमादा हो जाते है। सिविल पुलिस और ट्रैफिक पुलिस भी इनका कुछ बिगाड़ नहीं पाती है। और तो और लंका पुलिस पिकेट के पास भी इन्हीं का बर्चास्व है। पिकेट पर मौजूद पुलिसकर्मी भी इनके ऊपर डंडा चलाने से कतराते है। यहीं नहीं बहुतेरे आटो ऐसे भी है जिनका रजिस्ट्रेशन भी नहीं हुआ है और यह सउ़कों पर खुलेआम सवारियां ढो रहे है। आश्चर्य तो इस बात का है कि इनपर ट्रैफिक रूल भी लागू नहीं होता है।

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