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धमाके से 200 मीटर तक उड़े लोगों के चिथड़े

ट्रांस हिंडन। अभय चौरसियासाहिबाबाद के फर्रुखनगर की पटाखा फैक्टरी में धमाके से 200 मीटर तक लोगों के चीथड़े उड़ गए। आसपास के खेतों और सड़कों पर पुलिस को अंदर काम कर लगे लोगों के अंग बिखरे मिले। दो घंटे तक...

धमाके से 200 मीटर तक उड़े लोगों के चिथड़े
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 28 Apr 2017 08:10 PM
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ट्रांस हिंडन। अभय चौरसियासाहिबाबाद के फर्रुखनगर की पटाखा फैक्टरी में धमाके से 200 मीटर तक लोगों के चीथड़े उड़ गए। आसपास के खेतों और सड़कों पर पुलिस को अंदर काम कर लगे लोगों के अंग बिखरे मिले। दो घंटे तक पुलिस शवों के अंगों को जमा करती रही। आसपास मौजूद लोगों ने बताया कि सब अपने काम में लगे हुए थे। दोपहर करीब पौने एक बजे जोरदार धमाका हुआ। धमाके के साथ ताबड़तोड़ पटाखों की आवाज गूंजने लगी। आवाज से लोनी-फर्रूखनगर रोड पर ट्रैफिक थम गया। लोगों ने अपनी गाड़ियां सड़क किनारे खड़ी कर दीं। फैक्टरी से निकल रही पटाखों की आवाज के साथ हवा में लोगों के चीथड़े भी उड़ते नजर आए। फर्रूखनगर व लोनी रोड समेत आसपास के खेतों में लोगों के अंग गिर रहे थे। करीब 20 मिनट तक पटाखों के धमाके वातावरण में गूंजते रहे। इससे फर्रूखनगर में अफरा-तफरी मची गई। आवाज थमने के बाद लोग फैक्टरी की ओर दौड़े और बचाव शुरू किया लेकिन तब तक अंदर काम कर रहे सभी लोगों की मौत हो चुकी थी। घटनास्थल पर शव इधर-उधर बिखरे पड़े थे। भागने का भी मौका नहीं मिलाफैक्टरी का दरवाजा खुला हुआ था। साथ ही फैक्टरी के बीचोंबीच खुली जगह है लेकिन आग लगने के दौरान अंदर मौजूद लोगों को भागने का मौका भी नहीं मिला। पटाखा कारोबारियों का कहना है कि बारूद के चलते पटाखों में तेजी से आग फैलती है। आग की चिंगारी ने कुछ ही सेकेंड में पटाखों को अपने चपेट में ले लिया और अंदर मौजूद सभी लोग मारे गए। एक ही कमरे में थे सभी लोगपुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिस तरह से हादसा हुआ है। इससे ऐसा लग रहा है कि पांचों लोग एक ही कमरे में मौजूद थे। फैक्टरी में दोनों तरफ दो-दो कमरे बनाए गए हैं, बीच में खाली जगह है। हादसे के बाद एक तरफ के कमरे पूरी तरह से सुरक्षित हैं जबकि बीच की खाली जगह से बाहर निकलने का गेट है। देर शाम तक शवों की शिनाख्त होती रहीहादसा मिलने के बाद फर्रुखनगर के साथ आसपास के गांव के लोग मौके पर पहुंचे गए। इस दौरान टीएचए व लोनी की भरी संख्या में पुलिस व अधिकारी भी पहुंचे। फैक्टरी से निकलने वाले शव की शिनाख्त करने में लोग लगे रहे। वहीं शाम फैक्टरी के पास लोगों की भीड़ लगी रही। बीड़ी की चिंगारी से आग भड़कने की आशंकापटाखा कारोबारियों का कहना है कि शार्ट सर्किट के डर से फैक्टरियों में बिजली का कनेक्शन नहीं लिया जाता है। दिन के उजाले में ही काम किया जाता है। आग का प्रयोग बिल्कुल नहीं किया जाता है। उनका कहना है कि काम करने वाले किसी कर्मचारी को सावधानी बरतने के बारे में जानकारी नहीं होगी। उसने काम के दौरान बीड़ी पीने के लिए आग जलाई होगी। चिंगारी पटाखों में फैली होगी और धमाका हो गया। हादसे से गांव में फैला मामतफैक्टरी मालिक समेत चारों मजूदर फर्रूखनगर के ही रहने वाले हैं। पांचों की मौत से गांव में मातम है। हादसे के बाद गांव की दुकानें बंद कर दी गई। गलियों में चीख-पुकार मची थी। लोगों के आंखों से आंसू थे। वहीं दिल्ली, गाजियाबाद व नोएडा की कंपनियों में काम करने वाले गांव के लोग हादसे की सूचना मिलते घर पहुंच गए।

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