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यूसील ने महिलाओं को सिखाये कैशलेस लेनदेन के तरीके

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को जमीं पर उतारने को लेकर यूसील के तुरामडीह यूरेनियम प्रोजेक्ट प्रबंधन की ओर शुक्रवार को कैशलेस जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। महूलडीह यूरेनियम...

यूसील ने महिलाओं को सिखाये कैशलेस लेनदेन के तरीके
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 24 Mar 2017 11:11 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को जमीं पर उतारने को लेकर यूसील के तुरामडीह यूरेनियम प्रोजेक्ट प्रबंधन की ओर शुक्रवार को कैशलेस जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। महूलडीह यूरेनियम प्रोजेक्ट से सटे कुम्हारी गांव में आयोजित इस शिविर में काफी संख्या में महिला-पुरुष शामिल हुए।

केंद्रीय श्रमिक शिक्षा बोर्ड अधिकारी एसएन ओझा बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। मुख्य अतिथि एसएन ओझा ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक ने अगले 2018 तक भारत को कैशलेस सोसाइटी का लक्ष्य रखा है। इस दिशा में देश तेजी से अग्रसर है। उन्होंने जानकारी दी कि पूरे विश्व में भारत इकलौता देश है, जहां सबसे अधिक रुपये के लेन-देन की परंपरा है। जिस पर सालाना 25 अरब खर्च होता है।

इस खर्च में प्रिंटिंग, रख रखाव, ट्रांसपोर्टिंग व सुरक्षा शामिल है। इस राशि को देश के विकास में खर्च करने की केंद्र की मोदी सरकार की योजना है। जागरूकता शिविर को कंपनी के उपमहाप्रबंधक एन पाटिल, झारखंड ग्रामीण बैंक अधिकारी निरंजन कुमार, मुखिया सुशीला सिंह सरदार ने भी संबोधित किया, जबकि संचालन अपर प्रबंधक गिरीश गुप्ता ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में मग्दो दिग्गी, अरूण नायक सक्रिय दिखे।

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