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फर्जी नियुक्त पत्र पर नौकरी लेने की कोशिश करने वाले भेजे गए जेल

समाहरणालय की स्थापना शाखा में फर्जी नियुक्ति पत्र पर नौकरी लेने आये शंकर सिंह व अरविन्द कुमार को कोर्ट में पेशी के बाद बुधवार कोभे जेल भेज दिया गया। इस मामले में स्थापना उपसमाहर्ता इश्तेयाक अजमल के...

फर्जी नियुक्त पत्र पर नौकरी लेने की कोशिश करने वाले भेजे गए जेल
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 22 Mar 2017 06:22 PM
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समाहरणालय की स्थापना शाखा में फर्जी नियुक्ति पत्र पर नौकरी लेने आये शंकर सिंह व अरविन्द कुमार को कोर्ट में पेशी के बाद बुधवार कोभे जेल भेज दिया गया।

इस मामले में स्थापना उपसमाहर्ता इश्तेयाक अजमल के बयान पर सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज करायी गई है। एफआईआर में शंकर सिंह व अरविन्द कुमार के अलावा अरविन्द के बेटे ओम शंकर व पटना के दलाल विनय कुमार को आरोपित किया गया है।

पुलिस फर्जी नियुक्ति पत्र बनाने वाले गैंग का उद्भेदन व सरगना विनय कुमार की पहचान करने में जुट गई है। बता दें कि मंगलवार को स्थापना शाखा में फर्जी नियुक्ति पत्र लेकर आये पटना के शंकर सिंह व नदवां के अरविन्द कुमार को हिरासत में लेकर पड़ताल की जा रही थी।

दफ्तरी के पद पर नियुक्ति के थे कागजात

सिविल लाइंस इंस्पेक्टर हरि ओझा ने बताया कि स्थापना शाखा में दफ्तरी के पद पर नियुक्ति का ओम शंकर के नाम से जाली कागजात बनाकर पिता अरविन्द कुमार को दिया गया। कागजात लेकर आये शंकर सिंह को भी अरविन्द कुमार ने गया चलने को कहा। दोनों समाहरणालय के स्थापना शाखा पहुंचे और संबंधित अधिकारी को नियुक्ति पत्र दिया। इंस्पेक्टर ने बताया कि जाली हस्ताक्षर से डीएम व अन्य अधिकारियों के नाम से नियुक्ति पत्र के कागजात तैयार किये गए थे।

कलक्ट्रेट का सूत्रधार कौन

फर्जी नियुक्ति पत्र के मामले में कलक्ट्रेट के कर्मियों की मिलीभगत है या नहीं, पुलिस इसकी भी जांच कर रही है। पुलिस कलक्ट्रेट के सूत्रधार की तलाश में जुटी है। सिविल लाइंस इंस्पेक्टर ने बताया कि गया समाहरणालय के स्थापना शाखा में दफ्तरी पद पर नियुक्ति के लिए जाली हस्ताक्षर से फर्जी कागजात तैयार करने वाले गिरोह का बहुत जल्द भंडाफोड़ किया जायेगा।

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