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Hindi Newsनोटबंदी के दौरान लूटे गये पुराने नोटों को बदलने का जिम्मा था मनोज के पास

नोटबंदी के दौरान लूटे गये पुराने नोटों को बदलने का जिम्मा था मनोज के पास

नोटबंदी के दौरान नवंबर 2016 में मेडिकल थानाक्षेत्र के पांडे परसावां स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा से 20.29 लाख की लूट हुई थी। इसका मुख्य सरगना मनोज पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। पुलिस के...

नोटबंदी के दौरान लूटे गये पुराने नोटों को बदलने का जिम्मा था मनोज के पास
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 03 May 2017 07:22 PM
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नोटबंदी के दौरान नवंबर 2016 में मेडिकल थानाक्षेत्र के पांडे परसावां स्थित मध्य बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा से 20.29 लाख की लूट हुई थी। इसका मुख्य सरगना मनोज पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है। पुलिस के सामने मनोज ने खुलासा किया कि लूटे गये सभी पुराने नोट उसने कारोबारियों से संपर्क करके बदलवाये थे।

बुधवार को एसएसपी गरिमा मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बिहार, झारखंड व पश्चिम बंगाल में बैंक लूट की कई घटनाओं में मनोज के गिरोह का हाथ रहा है।

लुटेरों ने इन मामलों में स्वीकारी संलिप्तता

एसएसपी ने बताया कि मध्य बिहार ग्रामीण बैंक पांडे परसावां शाखा में लूट के बाद इन अपराधियों ने फरवरी 2017 में बांका में एसबीआई से 36 लाख रुपये लूट की बात स्वीकारी है। इसके अलावा 2016 में ग्रामीण बैंक रफीगंज (औरंगाबाद) से 5.6 लाख, 2013 में ग्रामीण बैंक कोडरमा (झारखंड) से तीन लाख, 2011 में एसबीआई गिरिडिह (झारखंड) से 25 लाख, 2011 में ही बैंक ऑफ बड़ौदा नोखा (रोहतास) से 62 लाख, 2007 में देना बैंक दुर्गापुर (प.बंगाल) से नौ लाख, 2007 में ही यूनाइटेड बैंक श्रीरामपुर (प.बंगाल) से 7.5 लाख, 2008 में यूको बैंक हाबड़ा बाली (प.बंगाल) से 3.80 लाख, 2008 में ही यूको बैंक चांदन नगर (प.बंगाल) से छह लाख की लूट में भी संलिप्तता स्वीकारी है।

लूट के जेवरात के साथ गिरोह के कई सदस्य पुलिस की गिरफ्त में

इनके पास से साढ़े पांच किलो सोने के जेवरात, 2.26 लाख रुपये कैश, 263 ग्राम चांदी के जेवरात, आठ कट्टा, .315 बोर की 34 गोली व नौ मोबाइल सेट बरामद किया है। पकड़े गए बैंक लुटेरे राजेश दास उर्फ आकाश दास उर्फ पंकज दास व नीरज दास उर्फ गुड्डू उर्फ सत्येन्द्र उर्फ बादल (पहरा, परैया, गया), संजय रविदास उर्फ संजय दास (रानीचक, शेरघाटी, गया) और मनोज कुमार उर्फ मनोज महतो (अबकी, कसमा, औरंगाबाद) हैं। उन्होंने बताया कि परसावां बैंक लूट के बाद सिटी एसपी के नेतृत्व में गठित एसआईटी में रही टेक्निकल सेल की टीम ने सुराग ढूंढ़ने व इनकी गिरफ्तारी में अहम भूमिका निभायी है। इस टीम को पुरस्कृत किया जायेगा।

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