व्हाट्सएप ने फेसबुक को दिए यूजर्स के आंकड़े, ये हो सकते हैं खतरे
व्हाट्सएप बेहतर इंटरफेज और अपने उपयोक्ताओं के निजी आंकड़ों की सुरक्षा के लिए जाना जाता है। लेकिन कुछ दिनों पहले उसने कहा कि उसने अपने उपयोक्ताओं के नंबर फेसबुक से साझा किए हैं। इस घोषणा ने उसके करोड़ों...
व्हाट्सएप बेहतर इंटरफेज और अपने उपयोक्ताओं के निजी आंकड़ों की सुरक्षा के लिए जाना जाता है। लेकिन कुछ दिनों पहले उसने कहा कि उसने अपने उपयोक्ताओं के नंबर फेसबुक से साझा किए हैं। इस घोषणा ने उसके करोड़ों उपयोक्ताओं के भरोसे को हिला दिया। अब यह मसला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है।
क्यों खतरे में निजता-
व्हाट्सएप की नई नीति से उपयोक्ताओं के ब्योरे और निजी बातचीत के गलत हाथों में जाने का खतरा है
नंबर साझा करने पर प्रोफाइल फोटो, संपर्क के ब्योरे, व्यक्तिगत मेल आईडी, ब्राउजर के ब्योरे, हार्डवेयर नंबर आदि जानकारियां गोपनीय नहीं रह जाएंगी
सुरक्षा का वादा-
2014 में व्हाट्सएप को फेसबुक ने खरीद लिया था
तब व्हाट्सएप ने कहा था कि वह आंकड़े किसी से साझा नहीं करेगा
2016 की शुरुआत में व्हाट्सएप ने अपनी इन्क्रिप्शन नीति पेश की
इसमें भी मैसेजिंग सर्विस ने उपयोक्ताओं के निजी आंकड़ों की सुरक्षा का भरोसा दिया
मजबूत रही है साख-
ब्राजील की एक कोर्ट ने एक बार व्हाट्सएप को मैसज साझा करने को कहा
उसने ऐसा नहीं किया जिस पर ब्राजील ने उस पर अस्थायी पाबंदी लगा दी
लेकिन इस मामले ने उपयोक्ताओं का व्हाट्सएप के प्रति भरोसा और बढ़ाया
कानूनी स्थिति-
व्हाट्सएप उपयोक्ताओं को बताए बिना ऐसा करता तो यह गैरकानूनी कदम माना जा सकता था
अदालत ने कहा, मुफ्त मैर्सेंजग सर्विस से कोई निजता के अधिकार का दावा कैसे कर सकता है
ऑनलाइन मैर्सेंजग सेवाओं के लिए सरकारी नियम की जरूरत को लेकर सुप्रीम कोर्ट मामले की सुनवाई करेगा