MOVIE REVIEW: इंडिपेंडेंस डे: रिसर्जन्स
अमेरिकी फिल्म ‘इंडिपेंडेंस डे: रिसर्जन्स’ बीस साल पहले आई ‘इंडिपेंडेंस डे’ का सीक्वल है। इन सालों में बहुत कुछ बदला है, सिवाय डर के। फिल्म की कहानी एरिया-51 की मुस्तैदी और...
अमेरिकी फिल्म ‘इंडिपेंडेंस डे: रिसर्जन्स’ बीस साल पहले आई ‘इंडिपेंडेंस डे’ का सीक्वल है। इन सालों में बहुत कुछ बदला है, सिवाय डर के। फिल्म की कहानी एरिया-51 की मुस्तैदी और तैयारी से शुरू होती है। 4 जुलाई 1996 को एलियंस के खिलाफ अमेरिका ने एक लड़ाई जीती थी, जिसका जश्न मनाया जा रहा है। लेकिन किसे पता था कि इसी दिन एलियंस फिर हमला करेंगे। घटना के ठीक बीस साल बाद। और इस बार वे कहीं ज्यादा ताकतवर हैं। इस हमले की भनक डेविड (जैफ गोल्डब्लम) को शायद पहले से थी। हमले से कुछ दिन पूर्व उसे बीस साल पुराने एलियंस के विमान में से हरकत की खबर मिलती है।
उसे एक निशान के बारे में पता चलता है। इनसे बेखबर अंतरिक्ष में अमेरिका-चीन के दो जांबाज सिपाही जेक मॉरिसन (लिएम हेम्सवर्थ) और डेलन हिलर (जेसि अशर) दुश्मनों का सामना कर रहे हैं। हमले से पहले अचानक डॉ. ब्राकिश ओकन कोमा से जाग जाता है। उसकी नींद बीस साल बाद खुली है। वह डेविड द्वारा खोजे गये निशान की गुत्थी सुलझा लेता है। लेकिन अब एलियंस का बड़ा विमान तेजी से पृथ्वी की ओर आ रहा है। एलियंस हमले की कमान, विमान में बैठी एक क्वीन के हाथों में है। डेविड और ओकन को पता चलता है कि अगर क्वीन को मार डाला तो एलियंस की शक्ति खत्म हो जाएगी।
एक बार फिर मिशन का अहम जिम्मा निभाने के लिए थॉमस जे. व्हिटमोर (बिल पुलमैन) सामने आते हैं और शुरू हो जाती है पहले जैसी जंग। कहानी के अनुसार पहले और इस भाग में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है। माहौल वही है, पर हमले की हर चीज बड़ी है। इस बार हमला पूरी दुनिया पर है। इस बार अंतरिक्ष में एलियंस के साथ लड़ाई वीडियो गेम जैसी है। कौन कहां से आ रहा है, पता नहीं चलता। कई किरदार वही हैं। जो किरदार नहीं रहे उनके बच्चे इस किस्त में हैं। इसलिए जरूरी है कि आपने पहली फिल्म देखी हो। रॉनल्ड एम्मरिच की खासियत है कि वह हर चीज को भव्यता के साथ दिखाते हैं। इस बार भी उन्होंने खूब तामझाम इकट्ठा किया है, लेकिन ये एक सीक्वल की दृष्टि से कुछ हिस्सों में प्रभावी है।
कलाकार: लिएम हेम्सवर्थ, जैफ गोल्डब्लम, बिल पुलमैन, माइका मोनरो, ट्राविस टोप, जेसि अशर
निर्देशक: रोलैंड एमरिक