फतेहपुर में गम में बदली दो परिवारों की खुशियां
जहानाबाद में अपने तीसरे नंबर के बेटे जीतू के होने वाले मुंडन समारोह की खुशियों को दिल में समेटकर अपनी ससुराल पहुंचे राजू, की मौत से दोनों परिवार बिखर से गए। 11 बजे राजू अपनी ससुराल पहुंचा और करीब...
जहानाबाद में अपने तीसरे नंबर के बेटे जीतू के होने वाले मुंडन समारोह की खुशियों को दिल में समेटकर अपनी ससुराल पहुंचे राजू, की मौत से दोनों परिवार बिखर से गए। 11 बजे राजू अपनी ससुराल पहुंचा और करीब पौने एक बजे उसकी हत्या हो गई। करीब दो घंटे के इस समय ने राजू के घरवालों व ससुरालवालों की खुशियां, गम में तब्दील कर दी। उसकी पत्नी व बच्चों का भी बुरा हाल रहा।
राजू और पत्नी रेखा के बीच चार बच्चे थे। इसमें दीपू, बेटी सोनू, जीतू और अमर उर्फ विकास हैं। जीतू का मुंडन समारोह होना था। इसी का निमंत्रण देने के लिए राजू, रविवार को खुशी-खुशी अपनी ससुराल आया था। मगर, उसे नहीं पता था कि यहां मौत, कोई न कोई बहाना लेकर उसके ऊपर झपटेगी। राजू को चाकू मारने वाले कल्लू और ससुर छेद्दू के बीच पुरानी झंझट बताई गई। नशे में धुत कल्लू भी रविवार को छेद्दू से भिड़ गया।
ससुर के साथ विवाद होता देख राजू ने बीच-बचाव का प्रयास किया तो कल्लू ने उसे चाकू मार दिया। जिससे उसकी इलाज से पहले ही मौत हो गई। मौत की खबर पर राजू के माता-पिता व अन्य परिवारीजन भी कुछ घंटे के बाद जहानाबाद पहुंचे। जहां गम में डूबे परिजनों ने, ससुरालीजनों को ही खरी-खरी सुनाई और इस मौत का जिम्मेदार उन्हें ही ठहराया। हालांकि लोगों ने बीच-बचाव कर उन्हें हिम्मत बंधाई लेकिन बेटा खोने का गम, कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था।