'आयशा' में प्रभावित नहीं हुई मेरी स्वतंत्रता : त्रिवेदी
संगीतकार अमित त्रिवेदी कहते हैं कि 'आयशा' फिल्म में निर्माता रिया कपूर और निर्देशक राजश्री ओझा ने उनकी रचनात्मक स्वतंत्रता को बाधित नहीं किया हालांकि गीतों की रिकॉर्डिग में उनका थोड़ा-बहुत हस्तक्षेप...
संगीतकार अमित त्रिवेदी कहते हैं कि 'आयशा' फिल्म में निर्माता रिया कपूर और निर्देशक राजश्री ओझा ने उनकी रचनात्मक स्वतंत्रता को बाधित नहीं किया हालांकि गीतों की रिकॉर्डिग में उनका थोड़ा-बहुत हस्तक्षेप रहा।
त्रिवेदी ने कहा कि रिया और राजश्री गीतों से संबंधित हर जानकारी रखती थीं। वे अपनी राय देती थीं लेकिन इससे मेरी रचनात्मक स्वतंत्रता प्रभावित नहीं हुई।
'आयशा' में सोनम कपूर और अभय देओल ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। यह फिल्म जेन ऑस्टेन के लिखे ब्रिटिश उपन्यास 'एम्मा' पर आधारित है और सोनम मुख्य भूमिका में हैं जो जोड़ियां मिलाने का काम करती हैं।
त्रिवेदी ने फिल्म के गीतों को स्वरबद्ध किया है जबकि गीतकार जावेद अख्तर ने बोल लिखे हैं। रिया और सोनम अभिनेता-फिल्मकार अनिल कपूर की बेटियां हैं।
'देव डी' का संगीत तैयार कर प्रसिद्धि हासिल कर चुके त्रिवेदी कहते हैं कि इस नई फिल्म का संगीत बहुत अलग है। उन्होंने कहा कि 'आयशा' में बहुत युवा, उत्साहित करने वाला और जोशीला संगीत है। यह एक रोमांस से भरी कॉमेडी फिल्म है इसलिए इसका संगीत मेरी पहले की फिल्म से काफी अलग है।
फिल्म में छह गीत हैं और त्रिवेदी ने संगीत में भारतीय और पश्चिमी वाद्ययंत्रों का प्रयोग किया है। संगीत के विषय में बताते हुए त्रिवेदी ने खुलासा किया कि फिल्म का शीर्षक गीत तैयार करने में बहुत कठिनाई हुई थी।
उन्होंने बताया कि 'सुनो आयशा' गीत का संगीत बनाना बहुत मुश्किल था। इसमें बहुत बहस हुई। कई धुनों को हटाना पड़ा। कोई धुन रिया को पसंद थी तो राजश्री को कोई और धुन पसंद आती थी और यदि उन दोनों को धुन पसंद आती थीं तो मुझे पसंद नहीं होती थी।
त्रिवेदी की आने वाली अन्य फिल्मों में 'उड़ान' और एक बाल फिल्म 'चिल्लर पार्टी' शामिल हैं।