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Hindi Newsआसान नहीं 'सेकेंड हैंड हसबैंड' बनना: गिप्पी ग्रेवाल

आसान नहीं 'सेकेंड हैंड हसबैंड' बनना: गिप्पी ग्रेवाल

युवा दिलों की धड़कन हैं पंजाब के जाने-माने गायक और कलाकार गिप्पी ग्रेवाल। 'चक ले', 'फुलकारी', 'हथियार', 'फ्लावर', 'डांग' जैसी सोलो एलबम निकाल चुके गिप्पी 'मिर्जा', 'कैरी ऑन जट्टा', 'सिंह वर्सेस कॉर',...

आसान नहीं 'सेकेंड हैंड हसबैंड' बनना: गिप्पी ग्रेवाल
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 26 Jun 2015 06:44 PM
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युवा दिलों की धड़कन हैं पंजाब के जाने-माने गायक और कलाकार गिप्पी ग्रेवाल। 'चक ले', 'फुलकारी', 'हथियार', 'फ्लावर', 'डांग' जैसी सोलो एलबम निकाल चुके गिप्पी 'मिर्जा', 'कैरी ऑन जट्टा', 'सिंह वर्सेस कॉर', 'जट जैम्स बॉन्ड' और 'डबल दी ट्रबल' जैसी हिट पंजाबी फिल्में के जरिए धमाल मचा चुके हैं। अब अपनी पहली हिंदी फिल्म सेकेंड हैंड हसबैंड के साथ वह बॉलीवुड की पारी का आगाज करने जा रहे हैं। समीप कांग द्वारा निर्देशित इस फिल्म में धर्मेंद्र, गीता बसरा, रवि किशन और आलोकनाथ जैसे सितारे भी नजर आएंगे। हिंदुस्तान को दिए एक विशेष इंटरव्यू में गिप्पी ग्रेवाल ने सौदामिनी पांडेय से फिल्म से जुड़ी दिलचस्प बातें साझा कीं। पेश है बातचीत के कुछ खास अंश-

सवाल- अपनी गायिकी और अभिनय से आपने पंजाबी दर्शकों के बीच अच्छी-खासी पहचान बनाई है। अब आप सेकेंड हैंड हसबैंड के जरिए अपने बॉलीवुड के सफर की शुरुआत करने जा रहे हैं। इस फिल्म को लेकर आप कितने एक्साइटेड हैं?
जवाब- मैंने बहुत सी पंजाबी फिल्में की हैं, ढेर सारे गाने गाए हैं, दर्शकों का प्यार भी खूब मिला है। लेकिन जब भी आप नए सफर पर चलते हो तो थोड़ा सा डर लगता है और यह डर लगना भी चाहिए क्योंकि इससे इंसान ओवर कॉन्फिडेंट नहीं होता।

सवाल- इस फिल्म में अपने किरदार के बारे में बताइए।
जवाब- जैसे कि नाम से ही जाहिर है, मैं एक सेकेंड हैंड हसबैंड राजबीर की भूमिका निभा रहा हूं। नेहा (गीता बसरा) से मेरा तलाक हो चुका है और उन्हें गुजारा-भत्ता देने में मेरी आधी तनख्वाह चली जाती है। इसी बीच मुझे गुरप्रीत(टीना आहूजा) से प्यार हो जाता है। जब गुरप्रीत के घरवालों से मेरी बात होती है, तो वे कहते हैं कि जब मेरी आधी कमाई गुजारा भत्ता देने में निकल जाती है, तो अपनी बेटी की शादी तुमसे कैसे कर दें। इस मुश्किल का हल निकालने के लिए मैं अपनी पहली पत्नी को दूसरी शादी करने के लिए मनाता हूं, ताकि मैं गुजारा भत्ता देने से बच सकूं, लेकिन इसी दौरान कुछ अलग तरह की परेशानियां खड़ी हो जाती हैं।

सवाल- क्या यह आउट एंड आउट कॉमेडी फिल्म है?
जवाब- नहीं मैं ऐसा नहीं कहूंगा। हां, फिल्म कैरी ऑन जट्टा को मैं इस श्रेणी में रखूंगा, क्योंकि उस फिल्म में हमारा मकसद पूरी तरह से दर्शकों को हंसाना ही था। इस फिल्म को मैं एक इंटेलिजेंट ह्यूमर वाली फिल्म कहूंगा। यह विषय भी थोड़ा संजीदा है। एक लड़का जिसकी शादी नहीं हो पा रही, वह परेशान है और उस पर उसे अपनी पत्नी को भी पैसे देने पड़ रहे हैं। यह बात भावुक करने वाली है। ह्यूमर बहुत लाउड नहीं है लेकिन शुरुआत से आखिर तक यह लोगों को गुदगुदाएगी जरूर।

सवाल- पहली बॉलीवुड फिल्म होने के नाते क्या थोड़ी घबराहट भी हो रही है?
जवाब- घबराहट नहीं है, पर कुछ चीजों को लेकर खुश हूं। मेरे पास बॉलीवुड की फिल्मों के कई ऑफर आए, लेकिन मैंने हमेशा सोचा था कि जब भी हिंदी फिल्म करूं, तो लोग दिल से यह महसूस करें कि पंजाब का कलाकार बॉलीवुड में आया है और वह चीज मैंने इस फिल्म में देने की कोशिश की है। हमने बैकड्रॉप पूरी तरह से पंजाब का रखा है। जालंधर, पटियाला और यहां तक कि इंटीरियर्स की शूटिंग भी पंजाब से ही हुई है। बॉलीवुड के लिए भले ही नया हूं लेकिन पंजाबी ऑडियंस मेरे साथ है, इसीलिए इस फिल्म से मुझे काफी उम्मीदें है।

सवाल- टीना आहूजा के साथ अपनी कैमेस्ट्री के बारे में बताइए।
जवाब- दो साल से यह फिल्म बनाने का विचार था। फिल्म का विषय नया था, इसीलिए फिल्म के लिए हम फ्रेश फेस की तलाश में थे। टीना को कैरी ऑन जट्टा फिल्म काफी पसंद आई थी। उन्होंने हमारे डायरेक्टर समीप से संपर्क किया। लीड एक्ट्रेस के लिए वैसे भी हम ऐसी लड़की चाहते थे, जो फ्रेश फेस होने के बावजूद बेहतर परफॉर्मेंस दे सके। टीना ने फिल्म में बढि़या काम किया है।

सवाल- फिल्म की शूटिंग के दौरान हुए कुछ मजेदार वाकये आप पाठकों के साथ साझा करना चाहेंगे?
जवाब- शूटिंग के दौरान हमने काफी मस्ती की। लेकिन टीना की सबसे बड़ी दिक्कत यह थी कि उसे पंजाबी समझ में नहीं आती थी। पंजाबी में होने वाली बातचीत टीना के सिर के ऊपर से निकल जाती थी। वहीं धर्मेंद जी मुझे देखकर पंजाबी में बोलना शुरू कर देते थे, यहां तक कि फिल्म के कई डायलॉग उन्होंने पंजाबी में ही बोले हैं।

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