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रैली और सभा का कचरा 12 घंटे में साफ करना होगा

किसी सार्वजनिक जगह पर जनसभा या चुनावी रैली के बाद वहां फैली गंदगी को राजनीतिक पार्टी को 12 घंटे के अंदर साफ करना होगा। यदि पार्टी उस जगह को साफ नहीं कराती है तो चुनाव आयोग उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर...

रैली और सभा का कचरा 12 घंटे में साफ करना होगा
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 25 Jan 2015 10:11 AM
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किसी सार्वजनिक जगह पर जनसभा या चुनावी रैली के बाद वहां फैली गंदगी को राजनीतिक पार्टी को 12 घंटे के अंदर साफ करना होगा। यदि पार्टी उस जगह को साफ नहीं कराती है तो चुनाव आयोग उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकता है।

जिन स्थानों पर जनसभाएं व रैलियां आयोजित की जा रही हैं उन जगहों पर गंदगी न फैले इस पर नजर रखने के लिए आयोग ने हर जिले में निगरानी टीमें बनायी हैं। विदेश नीति व देश की छवि को दुनिया भर में बेहतर बनाने के लिए काम करने वाली एक संस्था इमेज इंडिया इंस्टीटयूट ने राजधानी में पिछले चुनावों के दौरान रैलियों व जनसभाओं के दौरान सार्वजनिक जगहों पर फैली गंदगी का अध्ययन किया था।

इसके बाद संस्थान ने भारतीय निर्वाचन आयोग को पत्र लिख कर मांग की थी कि राजनीतिक कार्यक्रमों के बाद उस जगह की सफाई की जिम्मेदारी को आचार संहिता के तहत शामिल किया जाए। संस्थान ने मांग की थी कि किसी भी सार्वजनिक मैदान या सड़क पर कोई राजनैतिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है तो इसका आयोजन करने वाली पार्टी आचार संहिता के तहत उस जगह को 12 घंटे के अंदर साफ कराने के लिए बाध्य हो। संस्थान के सहायक उपाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान से देश की छवि दुनिया भर में काफी बेहतर हुई है।

आयोग का आदेश
- ऐसा न करने वाले दलों पर पर चुनाव आयोग करेगा कडम्ी कार्रवाई
- नजर रखने के लिए हर जिले में बनी निगरानी टीमें
- रैलियों और जनसभाओं पर हुआ है अध्ययन

अन्ना आंदोलन के बाद रामलीला मैदान से निकला था 20 ट्रक कचरा
संस्थान ने पिछले चुनावों में अध्ययन के दौरान पाया कि कई रैलियों व जनसभाओं के बाद पार्टियां सार्वजनिक जगहों पर गंदगी फैला कर चली जाती हैं। जगह-जगह प्लास्टिक के झंडे, बोतलें, कागज व कई अन्य वस्तुए बिखरी रहती हैं। अन्ना के छह दिन के आंदोलन के बाद जब रामलीला मैदान की सफाई की गई तो लगभग 20 ट्रक कचरा निकला था। यह कचरा लम्बे समय तक पड़ा रहता है तो कई तरह की बीमारियां भी फैलने का खतरा रहता है। इसी को ध्यान में रखते हुए संस्थान ने चुनाव आयोग को सफाई को अचार संहिता में शामिल करने के लिए लिखा था। इसके पश्चात आयोग ने सभी राज्यों के चुनाव अधिकारियों को पत्र लिख कर इस पर कार्रवाई करने को कहा था।

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