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इकलौती लड़की की पढ़ाई नहीं रही बोझ

आवेदन की अंतिम तिथि- 15 सितंबर, 2014 मानव संसाधन एवं विकास मंत्रलय ऐसे अभिभावकों को प्रोत्साहन प्रदान कर रहा है, जिनकी एकमात्र कन्या संतान हो। मंत्रलय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सहयोग से ऐसे...

इकलौती लड़की की पढ़ाई नहीं रही बोझ
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 30 Jul 2014 11:55 AM
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आवेदन की अंतिम तिथि- 15 सितंबर, 2014

मानव संसाधन एवं विकास मंत्रलय ऐसे अभिभावकों को प्रोत्साहन प्रदान कर रहा है, जिनकी एकमात्र कन्या संतान हो। मंत्रलय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सहयोग से ऐसे परिवारों की इकलौती लड़कियों के लिए इंदिरा गांधी छात्रवृत्ति उपलब्ध कराता है, जो गैर व्यावसायिक स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करने के लिए प्रदान की जाती है।

शैक्षणिक योग्यता- आवेदक छात्र का देश के किसी भी मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय व स्नातकोत्तर महाविद्यालय में उपलब्ध गैर-व्यावसायिक स्नातकोत्तर डिग्री पाठयक्रम में प्रथम वर्ष में दाखिला प्राप्त होना चाहिए। पाठयक्रम पूर्णकालिक होना चाहिए। दूरस्थ शिक्षा प्रणाली के तहत पढ़ाई कर रही छात्रओं को यह स्कॉलरशिप नहीं मिलती।

अवधि- यह आर्थिक सहायता छात्रओं को दो साल के डिग्री पाठयक्रम के लिए प्रदान की जाती है। दो साल में स्कॉलरशिप की राशि 20 माह के लिए हर माह दी जाती है।

मिलने वाली आर्थिक सहायता- इस स्कॉलरशिप के माध्यम से छात्रओं को दो हजार रुपये प्रतिमाह दिए जाते हैं।  विशेष बात - इस स्कॉलरशिप को पाने वाली छात्रओं को खास व्यवस्था के तहत अन्य किसी भी स्कॉलरशिप का लाभ पाने से नहीं रोका जाता यानी यदि छात्र को अन्य किसी भी माध्यम से आर्थिक सहायता के तौर पर कोई स्कॉलरशिप मिलेगी तो वह उसे भी ले सकती है। इसी तरह यदि छात्र स्कॉलरशिप पाने के बाद बीच में ही पढ़ाई छोड़ने लगती है तो उसे इसके लिए प्रार्थना पत्र के माध्यम से यूजीसी से अनुमित लेनी होगी। बिना यूजीसी की अनुमति के पढ़ाई छोड़ने पर छात्र को मिली रकम लौटानी होगी। यदि छात्र इसमें असफल रहेगी तो जिम्मेदारी संस्थान की होगी।


कैसे करें आवेदन: स्कॉलरशिप का आवेदन केवल  ऑनलाइन ही किया जा सकता है और इसके लिए अभ्यर्थी को यूजीसी की वेबसाइट पर जाना होगा। इसी तरह आवेदन के समय छात्र को इकलौती संतान होने का औपचारिक शपथ-पत्र सौंपना होगा, जिसके आधार पर उसका चुनाव होगा।
 सम्पर्क करें : अवर सचिव, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, बहादुरशाह  जफर मार्ग, नई दिल्ली।

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