हर छात्र के लिए खुलेंगे आईआईटी, आईआईएम के दरवाजे
केंद्र सरकार के नामी संस्थानों आईआईटी, आईआईएम और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के दरवाजे अब हर किसी के लिए खुलेंगे। कोई भी व्यक्ति इन संस्थानों से पढ़ाई कर सकेगा। यह पढ़ाई ऑनलाइन कोर्स के जरिये होगी जो...
केंद्र सरकार के नामी संस्थानों आईआईटी, आईआईएम और केंद्रीय विश्वविद्यालयों के दरवाजे अब हर किसी के लिए खुलेंगे। कोई भी व्यक्ति इन संस्थानों से पढ़ाई कर सकेगा। यह पढ़ाई ऑनलाइन कोर्स के जरिये होगी जो पूरी तरह से मुफ्त होगी। सिर्फ सार्टिफिकेट जारी करने के लिए मामूली शुल्क लिया जाएगा।
हार्वर्ड, जोंस हॉपकिंस समेत तमाम विदेशी विश्वविद्यालयों एवं शीर्ष शिक्षण संस्थानों में इस तरह के कोर्स का प्रचलन है। ऐसे कोर्स एक बार तैयार करने होते हैं और ऑनलाइन मॉड्यूल के जरिये कोई भी व्यक्ति अपनी जरूरत के हिसाब से उनका फायदा उठा सकता है। सौ दिन की उपलब्धियों का ब्यौरा पेश करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कई अन्य नई पहलों का जिक्र करते हुए इसकी भी घोषणा की।
मंत्रालय की इस नई योजना के अनुसार इस साल के अंत तक यह योजना आरंभ कर दी जाएगी। पहले चरण में आईआईटी बांबे, चेन्नई, कानपुर, गुवाहाटी, दिल्ली विवि, जेनयू, इग्नू, आईआईएम बेंगलूर, कोलकात्ता तथा बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ऑनलाइन कोर्स तैयार करेंगे। पहले चरण में इंजीनियरिंग शिक्षा, समाज विज्ञान, ऊर्जा, प्रबंधन तथा मूल विज्ञान में कोर्स तैयार किए जाएंगे। इसके बाद धीरे-धीरे सभी विषयों के कोर्स तैयार किए जाएंगे।
मंत्रलय के अनुसार यह कोर्स दूरदराज के क्षेत्रों में पढ़ने वाले छात्र-छात्रओं के लिए तो लाभकारी होंगे ही। साथ ही जो लोग नौकरी-पेशा हैं और अपना कौशल बढ़ाना चाहते हैं, उनके लिए भी उपयोगी होंगे। वैसे, कोई भी व्यक्ति जो पढ़ने-सीखने का इच्छुक हो। अपनी पसंद के विषय में ये कोर्स कर सकता है। मंत्रलय ने अगले दो सालों में इन कोर्स के जरिये एक करोड़ लोगों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा है।
क्या है स्वयं योजना
स्वयं यानी स्टडी वेब्स ऑफ एक्टिंग लर्निग फॉर यंग एस्पायरिंग मांइड।
कैसे होगी पढ़ाई
आईआईटी, आईआईएम, केंद्रीय विवि की वेबसाइटों पर योजना का एक लिंक होगा जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों का ब्यौरा होगा। प्रत्येक कोर्स की ऑनलाइन लर्निग के घंटे होते हैं जो कम से कम 40 घंटे के होंगे। इनमें इन संस्थानों के प्रोफेसरों के लेक्चर होंगे। कुछ संवाद वाले लेक्चर भी होंगे। ये लिखित और वीडियो के रूप में होंगे। ईमेल के जरिये सवाल पूछने का भी विकल्प होगा।
सार्टिफिकेट
कोर्स करने के बाद सार्टिफिकेट देने का प्रावधान होगा। इसके लिए मामूली शुल्क का प्रावधान किया जाएगा। आमौतर पर विदेशों में ऐसे कोर्स नॉन क्रेडिट होते हैं तथा वे लर्निग सार्टिफिकेट प्राप्त करतेहैं।
मौजूदा स्थिति
अभी कुछ आईआईटी और आईआईएम पेशेवरों के लिए कुछ सार्टिफिकेट कोर्स चलाते हैं जो बेहद महंगे हैं।
देश में आईआईटी-16
आईआईएम-13
केंद्रीय विवि-43
पांच आईआईटी, चार केंद्रीय विवि तथा छह आईआईएम नए स्थापित होने हैं।