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इकोनॉमेट्रिक्स में रोजगार के हैं मौके

भारत में इकोनॉमेट्रिक्स का क्या स्कोप है? मैं इस कोर्स में कहां से एडमिशन पा सकता हूं? राजेश भारती, पटना इकोनॉमेट्रिक्स का शाब्दिक अर्थ होता है इकोनॉमिक मेजरमेंट। यह इकोनॉमिक्स की वह शाखा है, जिसके...

इकोनॉमेट्रिक्स में रोजगार के हैं मौके
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 09 Dec 2014 02:19 PM
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भारत में इकोनॉमेट्रिक्स का क्या स्कोप है? मैं इस कोर्स में कहां से एडमिशन पा सकता हूं?
राजेश भारती, पटना

इकोनॉमेट्रिक्स का शाब्दिक अर्थ होता है इकोनॉमिक मेजरमेंट। यह इकोनॉमिक्स की वह शाखा है, जिसके तहत इकोनॉमिक थ्योरीज और उनके संबंधों पर स्टैटिस्टिकल तरीकों से एम्पिरिकल स्टडी की जाती है। ये एक तरह से मैथमेटिकल इकोनॉमिक्स, स्टैटिस्टिक्स और इकोनॉमिक थ्योरी आदि का कॉम्बिनेशन है। इकोनॉमेट्रिक्स टैस्ट और क्वान्टिफाइस इकोनॉमिक थ्योरी के जरिए इकोनॉमिक प्रॉब्लम्स को हल किया जाता है। ये इकोनॉमिक थ्योरी और स्टैटिस्टिक्स का मिश्रण होता है, जिसके जरिए इकोनॉमिक इश्यूज का विश्लेषण किया जाता है।

इकोनॉमेट्रिक्स में मास्टर डिग्री के लिए अप्लाई करने के लिए जरूरी है कि आपने किसी मान्यताप्राप्त विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स या मैथमेटिक्स या स्टैटिस्टिक्स या कॉमर्स में बैचलर डिग्री या मैनेजमेंट (बीबीए) या एमबीए डिग्री प्राप्त की हो। इकोनॉमेट्रिक्स का कोर्स करने वाले कई स्टूडेंट्स को इकोनॉमिक पॉलिसी बनाने वाले संस्थानों जैसे सेंट्रल प्लानिंग ब्यूरो या सरकारी संस्थानों या फाइनेंशियल सेक्टर (पेंशन फंड्स, इन्वेस्टमेंट बैंक, बीमा सेक्टर) आदि में जॉब मिल जाती है। मार्केट रिसर्च भी एक विकल्प होता है। वैसे अब मल्टीनेशनल कंपनियां भी इन्हें सलाहकार के तौर पर रखती हैं।

संस्थान
पांडिचेरी यूनिवर्सिटी, पांडिचेरी
गुजरात विश्वविद्यालय, अहमदाबाद
क्राइस्ट कॉलेज, बेंगलुरु
इंदिरा गांधी इंस्टीटय़ूट ऑफ डेवलपमेंट रिसर्च, मुंबई
इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीटय़ूट
मद्रास यूनिवर्सिटी, चेन्नई
दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर
श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय, तिरुपति

मैं दिल्ली विश्वविद्यालय के बीए तृतीय वर्ष की छात्रा हूं। मेरा मनपसंद विषय इतिहास है। कृपया इससे जुड़े अवसरों के बारे में बताएं।          हंसिका बिष्ट, दिल्ली

इतिहास विषय के अंतर्गत हर काल की सामाजिक परिस्थितियों का अध्ययन तो किया ही जाता है, साथ में समकालीन सामाजिक परिस्थितियों के अध्ययन के जरिए अतीत के बारे में एक समृद्ध समझ बनाई जाती है।

यह आपको भिन्न-भिन्न काल के राजनैतिक, सांस्कृतिक, सामाजिक और आर्थिक ढांचे के बारे में जानकारी देता है। इसके अंतर्गत हिस्टॉरियोग्राफी, हिस्टॉरिकल रिसर्च और अनेक कालों के बारे में विधिवत अध्ययन किया जाता है। मुख्य तौर पर इतिहास में तीन शाखाओं के तहत स्पेशलाइजेशन किया जाता है-आर्कियोलॉजी, म्युजियोलॉजी और आर्काइवल स्टडीज। पोस्ट ग्रेजुएट लेवल पर आप इसमें स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं। एक आर्कियोलॉजिस्ट रिसर्च के साथ—साथ फील्ड का काम भी करता है। खुदाई के काम पर इतिहास की इस शाखा के तहत नजर रखी जाती है। आर्कियोलॉजिस्ट इतिहास की तमाम वस्तुओं जैसे सिक्के, हथियार, मूर्ति, लेखनशैली आदि के विशेषज्ञ होते हैं। इनके लिए भारत सरकार के भारतीय पुरातत्व विभाग में नौकरी का विकल्प होता है। यह विभाग करीब 3600 ऐतिहासिक इमारतों का संरक्षण करता है। इसके साथ ही विभिन्न राज्य सरकारों के विभागों, हैरिटेज संस्थाओं, म्यूजियम और रिसर्च संस्थानों में इसके लिए प्रबल संभावनाएं होती हैं।

म्युजियोलॉजिस्ट का काम म्यूजियम में काम करना, रिसर्च, एडमिनिस्ट्रेशन और पब्लिक रिलेशंस का काम संभालना होता है। म्यूजियम निरीक्षक होने के तौर पर आप नेचुरल हिस्ट्री, मेटल्स, टेराकोटा, टेक्सटाइल्स या पेंटिंग में स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं। साथ ही सभी कार्य का रिकॉर्ड उनकी उम्र, काल आदि के आधार पर रखना भी आपका काम होता है।

आर्किविस्ट मुख्य तौर पर संरक्षण का काम करते हैं। तमाम डाक्यूमेंट्स का सही तरीके से संरक्षण करना इनका काम होता है। इसके लिए ये तमाम विधियां अपनाते हैं। ये म्यूजियम, लाइब्रेरी, नेशनल आर्काइव्स समेत राज्य सरकारों के आर्काइव्स  में काम करते हैं। इतिहास में डिग्री लेने के बाद आप तमाम करियर विकल्प जैसे सिविल सर्विस, पत्रकारिता, प्रकाशन, म्यूजियम, लाइब्रेरी, टीचिंग आदि अपना सकते हैं। इतिहास सिविल सर्विस के लिए एक बढिम्या विषय माना जाता है।

शिक्षण के तौर पर भी इतिहास के स्टूडेंट्स के लिए प्रबल संभावनाएं होती हैं। इतिहासकार के तौर पर आप इंडियन काउंसिल ऑफ हिस्टॉरिकल रिसर्च और इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंसेज रिसर्च आदि से भी जुड़ सकते हैं।

हमारा पता
आप भी अपने सवाल इस पते पर भेज सकते हैं। सलाह, नई दिशाएं, हिन्दुस्तान, आकृति बिल्डिंग, सी-164, सेक्टर-63, नोएडा, गौतम बुद्ध नगर-201 301,उ.प्र.

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