हंसी तो जिंदगी है
एक हंसी जिंदगी के मायने को बदल देती है। जहां एक हंसी उदास मन को खुशी दे जाती है, वहीं मासूम शिशु की हंसी आपके होठों को मुस्कराने के लिए उकसा देती है। मधुबाला या माधुरी दीक्षित जैसी अभिनेत्रियों की...
एक हंसी जिंदगी के मायने को बदल देती है। जहां एक हंसी उदास मन को खुशी दे जाती है, वहीं मासूम शिशु की हंसी आपके होठों को मुस्कराने के लिए उकसा देती है। मधुबाला या माधुरी दीक्षित जैसी अभिनेत्रियों की हंसी उन्हें खास पहचान दे जाती है। जब आप थके-हारे घर लौटते हैं, तब घर के सदस्यों की हंसी आपको खुशी और सुकून दे जाती है। हंसी का अर्थ है मन की प्रसन्नता। प्रसिद्ध जापानी कवि नागूची का कहना है कि मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि जब जीवन के किनारे की हरियाली सूख गई हो या सूर्य को ग्रहण लग गया हो या आकाश मुझ पर आग बरसा रहा हो या मेरे दोस्त मुझसे कतरा रहे हों, तब मुझ पर इतनी कृपा करना कि मेरे होठों पर हंसी की उजली लकीरें खींच देना।
हंसी के आदान-प्रदान में आपको पैसे खर्च नहीं करने पड़ते। यह आपको मानसिक चिंता और तनाव से सहज ही बचा लेती है। तभी तो महात्मा गांधी कहते थे कि अगर मुझमें हास्य का भाव न होता, तो मैंने बहुत पहले ही आत्महत्या कर ली होती। फ्रांसीसी दार्शनिक शेफर्ड का कहना है कि मैं उसे जिंदगी का सबसे व्यर्थ दिन मानता हूं, जिस दिन मुझे हंसना याद न रहा हो। हंसी को सौ रोगों की दवा भी कहा जाता है। वैज्ञानिक विलियम फ्राई ने अपने शोध में पाया है कि बीस सेकंड तक जी खोलकर ठहाका लगाया जाए, तो वह शरीर द्वारा तीन मिनट तक नाव चलाने की कसरत के बराबर होगा। लाफिंग थेरेपी पर शोध करने वाले रॉबर्ट बोबिन के अनुसार अगर बचपन से ही खिलखिलाने और ठहाके लगाने की आदत डाल ली जाए, तो आगे चलकर रक्तचाप, हृदय रोग, अस्थमा, डिपे्रशन जैसी बीमारियों से काफी हद तक बचाव संभव है। आप मंद, मधुर, मौन और मुक्त हंसी को अपने होठों पर और मन में सजाकर रखिए। आपके आस-पास आनंद, शांति, मैत्री, सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर वातावरण बन जाएगा।