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कैप्टन कूल का संन्यास

जिस प्रकार महेंद्र सिंह धौनी क्रिकेट जगत में एक के बाद एक अनहोनी को होनी में तब्दील करते गए, वह वाकई करिश्मा ही था। चाहे वह टी-20 हो या एकदिवसीय क्रिकेट मैच हो या फिर टेस्ट क्रिकेट, भारतीय टीम पिछले...

कैप्टन कूल का संन्यास
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 31 Dec 2014 10:21 PM
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जिस प्रकार महेंद्र सिंह धौनी क्रिकेट जगत में एक के बाद एक अनहोनी को होनी में तब्दील करते गए, वह वाकई करिश्मा ही था। चाहे वह टी-20 हो या एकदिवसीय क्रिकेट मैच हो या फिर टेस्ट क्रिकेट, भारतीय टीम पिछले पांच वर्षो से शिखर पर थी। इसमें महेंद्र सिंह धौनी का योगदान असाधारण रहा, मैदान में भी और मैदान के बाहर भी। सौरव गांगुली, राहुल द्रविडम् और सचिन तेंदुलकर की कमी की भरपायी करते हुए धौनी ने न सिर्फ एक कप्तान के रूप में, बल्कि एक मेंटर के रूप में टीम के अन्य खिलाडिम्यों में विश्वास जगाने का काम किया। ऐसे में, टेस्ट क्रिकेट से उनका संन्यास लेना समस्त क्रिकेट प्रेमियों को चौंका गया है। ऑस्ट्रेलिया से टेस्ट सीरीज हारने के बाद एक बेहतर कुशल नेतृत्व करने वाले सेनापति की भांति अपने ऊपर हार की जिम्मेदारी लेते हुए टेस्ट मैदान को सदा के लिए उन्होंने अलविदा कह दिया। अब विश्व कप के लिए अपने आप को तैयार करके भारत को फिर से क्रिकेट का विश्व-विजेता बनाना उनका लक्ष्य होना चाहिए।
संदीप सक्सेना

मंगल की कामना
बीत गया है वर्ष पुराना/ नए ने दे दी दस्तक/ झुका सके न कोई हमको/ कट जाए चाहे मस्तक/ हम बढम्ते जाएंगे/ धरा गगन की स्वर्ण नगरी में/ हम ही हम छाएंगे/ न कोई होगा दूजा/ सज्जनों की होगी पूजा/ प्रेम का द्वार खुलेगा/ अपराधी होंगे पस्त/ सुखी संसार चलेगा/ न होगी आपस में मारा-पिटी/अमन का राग छिड़ेगा/ परस्पर विश्वास बढ़ेगा/ दुआ हम करते प्रभु से/ काम सब पूरे होंगे/ राम की इस नगरी में/ ईसा-मूसा भी चैन  से सोएंगे।
सतीश त्यागी ‘काकड़’

सबकी है गीता
गीता एकमात्र ऐसा ग्रंथ है, जिसे हर वर्ग के लोग पढम् सकते हैं। अमूमन काफी विद्यालयों में इसको पढमया भी जाता है। जीवन एक संग्राम है और इसलिए कुरुक्षेत्र की रणभूमि में गीता का ज्ञान एक सुयोग्य पृष्ठभूमि का सर्जन है। मानव जीवन रोने के लिए नहीं है, कर्म-क्षेत्र से भाग जाने के लिए नहीं है, सुख-दुख, दोनों में हंसने के लिए है, खेलने के लिए है, संकटों के विरुद्ध हिम्मत से लडम्ने के लिए है। वस्तुत: गीता मानव मात्र को जीवन में प्रतिक्षण आने वाले छोटे-बड़े संग्रामों के सामने हिम्मत से खड़े रहने की शक्ति देती है। केवल भारत ही नहीं, अपितु संपूर्ण विश्व गीता जयंती प्रति वर्ष मनाता है। किसी भी ग्रंथ का जन्मदिवस मनाया जाना यह कदाचित पूरे विश्व में गीता की ही विशेषता मानी जा सकती है। किसी भी विशिष्ट धर्मसंघ या संप्रदाय की धुन में न पडम्कर गीता रचने वाले ने मानव जीवन के चिरंतन मूल्यों को गीता में ग्रंथित किया है। समुद्र से पानी खींचकर बनने वाले बादल का पानी भले ही उसका अपना न हो, परंतु उस पानी की मिठास उसकी अपनी है।
अजय धनगर, अलीगढ़

फिर भ्रष्टाचार बना मुद्दा
2012 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का प्रमुख मुद्दा भ्रष्टाचार था। तत्कालीन बसपा सरकार में विभिन्न विभागों में हुए बड़े घोटालों ने प्रदेश की जनता को सोचने पर मजबूर कर दिया था, और इसी वजह से उत्तर प्रदेश की जनता ने बसपा को सत्ता से बेदखल भी कर दिया। केंद्र सरकार में हुए कथित घोटालों को मीडिया ने निष्पक्ष रूप से आम जनमानस के बीच परोसा, जिससे 2009 आम चुनाव में 200 से भी ज्यादा सीटें जीतने वाली कांग्रेस 2014 में सत्ता से बेदखल ही नहीं हुई, बल्कि विपक्ष के लायक भी नहीं बची। कई राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी वह बुरी तरह हारी है। इसी तरह, बसपा का भी 2014 लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से सफाया हो गया। समाजवादी पार्टी भी भ्रष्टाचार की राह पर चल पड़ी है। पार्टी के दो मंत्री जांच के घेरे में हैं। अगर समाजवादी पार्टी सरकार ने घोटालों पर लगाम न लगाई, तो उसका कांग्रेस और बसपा जैसा हाल होना निश्चित है।
आशुतोष सिंह, तिलोई, अमेठी

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