धान के नाम पर
पिछले कुछ दिनों से खूब बारिश हो रही है। ऐसे में, हम जैसे किसानी कर रहे लोग काफी परेशान हैं। दरअसल, खेतों में धान की फसल है और इस बारिश की वजह से उसकी बालियों को बहुत नुकसान हो रहा है। हालांकि, हम...
पिछले कुछ दिनों से खूब बारिश हो रही है। ऐसे में, हम जैसे किसानी कर रहे लोग काफी परेशान हैं। दरअसल, खेतों में धान की फसल है और इस बारिश की वजह से उसकी बालियों को बहुत नुकसान हो रहा है। हालांकि, हम जानते हैं कि यह सब प्रकृति के हाथों में है, लेकिन जिस फसल को पिछले तीन महीने से हम पाल-पोस रहे थे, उसे डूबते देखकर दुख हो रहा है।
खैर, इन सबके बीच सब कुछ प्रकृति के हाथों सौंपकर आपका यह किसान धान शब्द से जुड़ी बातें खोजने में जुट गया है। बाबूजी की पुरानी डायरी पलटते वक्त पता चलता है कि पहले धान का नाम बहुत प्यारा हुआ करता था। मसलन, ‘पंकज मनसुरी, जया, चंदन, नाजरि, पंझारी, बल्लम, रामदुलारी, पाखर, सुजाता, कनकजीर, कलमदान, श्याम-जीर, विष्णुभोग’ आदि। लेकिन नब्बे के दशक से अचानक ये नाम गुम हो गए और इनकी जगह बना हायब्रिड नस्ल के धान के बीज का बाजार, जिसे अंकों में पहचाना जाने लगा, जैसे 1121 बासमती, 729, 1010 आदि।
लेकिन जब मैं धान को लेकर जानकारी इकट्ठा करने लगा, तो पता चला कि जापान की दो प्रमुख कंपनियां होंडा और टोयोटा का अर्थ धान होता है। होंडा का मतलब मुख्य धान खेत और टोयोटा का मतलब बंपर फसल वाला धान खेत। जापान में एक हवाई अड्डा है- नरीटा, इसका अर्थ है लहलहाता धान खेत। एक मुल्क अपनी प्रमुख कंपनियों, हवाई अड्डों आदि के नाम फसलों पर रख रहा है और एक हमलोग हैं, जो धान के नाम को बदलने में लगे हैं?
अनुभव में गिरीन्द्र नाथ झा