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तारापीठ-मलूटी-बासुकीनाथ और देवघर बनेगा पर्यटन कॉरीडोर, महाराष्ट्र की कंपनी बासुकीनाथ पहुंची

झारखंड सरकार ने देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम, दुमका जिले के बाबा बासुकीनाथ धाम व गुप्तकाशी के नाम से प्रसिद्ध मलूटी और पश्चिम बंगाल के तारापीठ को पर्यटन कॉरिडोर के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरू कर...

तारापीठ-मलूटी-बासुकीनाथ और देवघर बनेगा पर्यटन कॉरीडोर, महाराष्ट्र की कंपनी बासुकीनाथ पहुंची
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 20 Apr 2017 01:10 AM
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झारखंड सरकार ने देवघर के बाबा बैद्यनाथ धाम, दुमका जिले के बाबा बासुकीनाथ धाम व गुप्तकाशी के नाम से प्रसिद्ध मलूटी और पश्चिम बंगाल के तारापीठ को पर्यटन कॉरिडोर के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरू कर दी है। गत वर्ष मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मलूटी में यहां के धार्मिक स्थलों को एक सर्किट में जोड़ कर विकसित करने की घोषणा की थी।

पर्यटन विभाग की ओर से बुधवार को महाराष्ट्र की विशाल आर्किटेक्ट कंपनी की टीम ने बासुकीनाथ मंदिर परिसर पहुंचकर विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया। पर्यटन कॉरीडोर में बैद्यनाथ मंदिर, बासुकीनाथ और मलूटी के अलावा मसानजोर के कनाडा डैम को भी शामिल करने की संभावना जताई गई है। बासुकीनाथ धाम का जायजा लेने के बाद टीम के दोनों सदस्य मसानजोर कूच कर गए। इसके बाद मलूटी का निरीक्षण कर टीम रांची में विभाग को रिपोर्ट सौंपेगी।

सुविधाओं का रखा जाएगा ध्यान

टीम के सदस्यों ने बताया कि पर्यटन कॉरीडोर में सुविधाओं को भी ध्यान में रखकर निरीक्षण किया जा रहा है। बुधवार को दोनों सदस्यों ने शिवगंगा के चारों ओर पार्क का घूम-घूमकर अवलोकन किया। इसके बाद पार्किंग स्थल के लिए दर्शनीयाटिकर एवं बेलगुमा भी देखने गए। बासुकीनाथ में यात्री सुविधाओं के लिए पेयजल, सड़क और अन्य बुनियादी सुविधाओं की भी जानकारी ली। काली मंदिर से नप बाईपास पथ और नंदी चौक से मंदिर पथ का उन्नयन, बस पड़ाव का सौंदर्यीकरण, शिवगंगा के पूरब तथा उत्तर दिशा में अवस्थित पार्क को सुंदर व आकर्षक बनाने, शिव गंगा में वाटर फिल्ट्रेशन प्लांट लगाने, एवं संस्कार मंडप के ऊपर एक आकर्षक हल का निर्माण करने आदि विन्दुओं को लेकर स्थलों का निरीक्षण किया।

गेस्ट हाउस बनाने का प्रस्ताव

इसके अलावा पर्यटन विभाग द्वारा यहां एक सुंदर गेस्ट हाउस के निर्माण हेतु जमीन उपलब्ध कराने की जरूरत पर भी जोर दिया गया है। पर्यटन विभाग के आर्किटेक्ट और इंजीनियर ने बासुकीनाथ में स्थित वर्तमान पर्यटक बासुकी विहार होटल के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण की भी संभावना जताई। मुख्य चौक पर बने मार्केट कांप्लेक्स सह धर्मशाला का समुचित उपयोग नहीं होने पर टीम के सदस्यों ने चिंता जताई। मौके पर मंदिर प्रभारी सह बीडीओ संजय कुमार दास, सहायक मंदिर प्रबंधक सुभाष राव, रविन्दर मोदी आदि उपस्थित थे।

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