तीसरी आंख करेगी धनबाद स्टेशन की पहरेदारी
धनबाद स्टेशन के चप्पे-चप्पे पर अब तीसरी आंख की नजर रहेगी। अगले महीने धनबाद स्टेशन इंटीग्रेटेड सिक्यूरिटी सिस्टम से लैस हो जाएगा। सीसीटीवी कैमरा लगाने वाली एजेंसी के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को स्टेशन...
धनबाद स्टेशन के चप्पे-चप्पे पर अब तीसरी आंख की नजर रहेगी। अगले महीने धनबाद स्टेशन इंटीग्रेटेड सिक्यूरिटी सिस्टम से लैस हो जाएगा। सीसीटीवी कैमरा लगाने वाली एजेंसी के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को स्टेशन का सर्वे किया। सीसीटीवी के साथ-साथ स्टेशन के मुख्य गेट पर लगेज स्कैनर और वाहन स्कैनर लगाने की योजना है। साथ ही धनबाद के लिए बम स्क्वायड की तैनाती होगी।
स्टेशन के सभी प्लेटफार्म, फुट ओवरब्रिज, वेटिंग हॉल, सर्कुलेटिंग एरिया, बुकिंग हॉल, रिजर्वेशन ऑफिस के साथ-साथ यात्री सेवा के तमाम कार्यालयों में 54 हाई डेफिनेशन सीसीटीवी कैमरा लगाए जा रहे हैं। एजेंसी ने कैमरा लगाने वाले स्थान को चिन्हित कर लिया है। इसके अलावा उत्तरी छोर और दक्षिणी छोर पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर और लगेज स्कैनर लगाए जाएंगे। स्टेशन तक आने वाली सड़क पर वाहन स्कैनर होगा। धनबाद स्टेशन के लिए बम स्क्वायड दस्ता तैयार किया जाएगा। इनके पास बम डिटेक्शन से लेकर बम को डिफ्यूज करने के लिए 34 अलग-अलग यंत्र होंगे।
विश्व के हर कोने से स्टेशन पर रख सकेंगे नजर: स्टेशन पर लगने वाले सभी कैमरे इंटरनेट प्रोटोकॉल से जुड़े रहेंगे। कैमरों का सर्वर आरपीएफ पोस्ट के कंट्रोल रूम में रहेगा। साथ ही आइपी के आधार पर रेल अधिकारी विश्व के किसी भी कोने से इंटरनेट के माध्यम से स्टेशन पर होने वाली हलचल पर नजर रख सकेंगे।
स्कैनर यात्री के साथ यात्री की लेगा तलाशी: मुख्य गेट पर लगने वाला डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर और बड़ी एक्सरे मशीन प्लेटफार्म पर प्रवेश करने से पहले हर यात्री की पूरी तलाशी लेगी। साथ ही यात्रियों के सामान की भी स्क्रीनिंग होगी।
बैग में रखे सामान की डिजाइन और कलर कोडिंग सेंसर से इसकी पहचान होगी। मसलन एयरपोर्ट की तरह बैग में रखे पिस्टल, रिवाल्वर, बम के अलावा चाकू व अन्य आपत्तिजनक सामान की पहचान चुटकियों में हो जाएगी। स्कैनर बैग के अंदर रखे सोना, चांदी व अन्य धातु की भी पहचान करेगा।