तकनीकी सेल की मदद से आरोपियों की तलाश
पीडीएस दुकानदार बिनय वर्मा हत्याकांड में तीन दिन के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। मामले में पुलिस ने अभी तक आधे दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। लेकिन पूछताछ में पुलिस को कोई...
पीडीएस दुकानदार बिनय वर्मा हत्याकांड में तीन दिन के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। मामले में पुलिस ने अभी तक आधे दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर चुकी है। लेकिन पूछताछ में पुलिस को कोई भी अहम सुराग हाथ नहीं लगे हैं। पुलिस तकनीकी सेल की मदद से आरोपियों तक पहुंचने में जुटी है। बताया जाता है कि खटिक परिवार से पुरानी अदावत में बिनय वर्मा की हत्या की गई है। एफआइआर में भी बिनय के परिजनों ने खटिक परिवार को ही आरोपी बनाया है। 23 मई की रात के साढ़े 10 बजे केंदुआपुल के पास गोली मारकर बिनय वर्मा की हत्या कर दी गई थी। वह रात को बिरयानी लेने मार्केट गए थे। बदमाशों ने सरेराह बाजार में बिनय के सिर पर गोली दाग थी। सेंट्रल अस्पताल में ईलाज के दौरान बिनय ने दम तोड़ दिया था।
शुक्रवार को पुर्व मंत्री मन्नान मल्लिक ने केन्दुआ पहुँचे और दिवगंत विनय वर्मा के परिजनो से मुलाकात कर हत्याकांड के आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी की मांग प्रशासन से की। इधर केन्दुआडीह पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर लगातार छापेमारी कर रही है । पुलिस ने इस संबध मे आरोपी के परिजनो के अलावे आधा दर्जन लोगो को हिरासत मे लेकर पुछताछ की है। पुछताछ करने के बाद बांड भरवाकर सभी को छोड दिया गया। पुलिस हत्याकांड की पूरी बारीकी से जांच मे जुटी है ।
रंगदारी मामले में जेल गया आरोपी
पुटकी/ प्रतिनिधि
रंगदारी, जान मारने व जाति सूचक मामले में नामजद आरोपी दुबराजडीह निवासी अशोक कुमार सिंह को मुनीडीह पुलिस ने शुक्रवार की सुबह उसके घर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 25 अप्रैल को जटूडीह निवासी सुनील कुमार पासवान ने अशोक कुमार सिंह व दो अन्य पर रंगदारी, जान मारने व जाति सूचक का आरोप लगाते हुए मुनीडीह ओपी में मामला दर्ज कराया था।