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नेपाल की सबीना को बजरंगी भाईजान की तलाश

2015 में आई फिल्म बजरंजी भाईजान की कहानी उस बच्ची शाहिदा उर्फ मुन्नी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो पाकिस्तानी है। मां के साथ भारत आने के बाद वह बिछड़ जाती है। बच्ची बोलने में असमर्थ है, लेकिन फिर उसे...

नेपाल की सबीना को बजरंगी भाईजान की तलाश
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 04 Dec 2016 10:10 PM
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2015 में आई फिल्म बजरंजी भाईजान की कहानी उस बच्ची शाहिदा उर्फ मुन्नी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो पाकिस्तानी है। मां के साथ भारत आने के बाद वह बिछड़ जाती है। बच्ची बोलने में असमर्थ है, लेकिन फिर उसे बजरंगी भाईजान मिलता है और मुश्किलें उठाकर उसे उसके घर तक पहुंचाता है। कुछ ऐसी ही कहानी नेपाल की 10 साल की सबीना की है। उसे भी ऐसे ही बजरंगी भाईजान की आस है, जो उसे उसके घर तक पहुंचा दे। वह बोल तो सकती, पर उसे सिर्फ अपना नाम और गांव का नाम ही पता है। वह अपने गांव का नाम पलटुआ बताती है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि ऐसा गांव बिहार से सटे नेपाल में है।

स्टेशन पर भटकती मिली थी सबीना

सबीना तीन दिन से चाइल्ड लाइन के पास है। उसे रेल पुलिस ने तीन दिन पहले चाइल्ड लाइन को सौंपा था। वह स्टेशन पर भटकती हुई मिली थी। नानी घर जाने के लिए निकली और स्टेशन पर ट्रेन पकड़ ली। सबीना भोजपुरी में बात करती है। उसकी भाषा के आधार पर चाइल्ड लाइन के लोग बिहार में विभिन्न थानों की मदद से उसके परिजनों को ढूंढ़ने में लगे हैं। बच्ची कहती है कि मां उसे बिना बताए नानी घर चली गई थी। गुस्से में वह भी अब्बू को बिना बताए घर से नानी घर के लिए निकल गई। पूछते हुए स्टेशन पहुंची और ट्रेन पकड़ कर यहां आ गई। घर जाने के लिए बेचैनी उसके चेहरे पर साफ झलकती है।

वर्जन

बच्ची के परिजनों की तलाश जारी है। कुछ लिंक मिले हैं। संभवत: बच्ची नेपाल की रहनेवाली है। आसपास के थानों से लगातार संपर्क किया जा रहा है। फिल्हाल बच्ची को चाइल्ड लाइन में रखी गयी है।

आनंद कुमार, बाल संरक्षण पदाधिकारी

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