25 कांग्रेस सांसद सस्पेंड
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सोमवार को कांग्रेस के 44 में से 25 सांसदों को पांच दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया। लोकसभा में पोस्टर दिखाने और आसन के सामने आने के कारण स्पीकर ने यह सख्त कदम उठाया।...
लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सोमवार को कांग्रेस के 44 में से 25 सांसदों को पांच दिन के लिए सदन से निलंबित कर दिया। लोकसभा में पोस्टर दिखाने और आसन के सामने आने के कारण स्पीकर ने यह सख्त कदम उठाया। संसदीय इतिहास में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
चेतावनी के बाद भी नहीं माने : स्पीकर ने कहा, ‘हंगामे के कारण करीब 12 बजे सदन की बैठक स्थगित करने के बाद मैंने मामले के समाधान के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। इसमें मैंने आग्रह किया था कि सदस्य कम से कम दो काम न करें। पहला तो पोस्टर न दिखाएं और दूसरा आसन के सामने न आएं। मुझे इस बात का खेद है कि मेरी ये दोनों बातें नहीं मानी गईं।’
तृणमूल बचाव में आई थी : तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, ‘कांग्रेस सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है और उसकी कुछ मांग है लेकिन यदि सरकार उनकी बात नहीं सुनती है तो सदन चलना मुश्किल होगा। भाजपा ने भी वर्ष 2010 में पूरा एक सत्र नहीं चलने दिया था। निलंबन की कार्रवाई से स्थिति और खराब हो जाएगी।’ इस पर स्पीकर ने कहा, ‘मैं आज किसी की सुनने वाली नहीं हूं। मुझे सदन के बाकी सदस्यों का भी तो ध्यान रखना है जो अपनी बात कहना चाहते हैं।’
राजनाथ बोले- इस्तीफों का औचित्य नहीं : विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी और हंगामे के बीच गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा,‘चूंकि मंत्रियों के खिलाफ कोई एफआईआर नहीं है, अदालत की कोई टिप्पणी नहीं है। प्रथम दृष्ट्या कोई मामला नहीं है। ऐसे में उनके इस्तीफे की मांग का कोई औचित्य नहीं है। केंद्रीय सतर्कता आयोग ने भी कुछ गलत होने की बात नहीं कही है। हम चर्चा के लिए तैयार हैं।’