मोदी का जादू बरकरार
हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनावी नतीजों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मोदी का जादू अब भी बरकरार है। हरियाणा में भाजपा को पहली बार स्पष्ट बहुमत मिला है। वहीं महाराष्ट्र में भी पार्टी पहली बार सबसे...
हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनावी नतीजों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मोदी का जादू अब भी बरकरार है। हरियाणा में भाजपा को पहली बार स्पष्ट बहुमत मिला है। वहीं महाराष्ट्र में भी पार्टी पहली बार सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है। मोदी ने दोनों ही राज्यों में ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां की थीं।
करीब दस साल से सत्ता पर काबिज कांग्रेस को नेस्तानाबूद करते हुए भाजपा ने हरियाणा में पूर्ण बहुमत हासिल किया। रविवार को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा ने हरियाणा में 47 सीटें जीतीं। कुल 90 सीटों वाले हरियाणा में बहुमत के लिए 46 सीटों की जरूरत थी।
मोदी लहर का असर : भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान 11 रैलियों को संबोधित किया। इससे भाजपा को अपनी स्थिति मजबूत करने में बहुत मदद मिली।
हुड्डा को जनता ने नकारा : मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने मुख्य मुद्दा विकास को बनाया था, जिसे मतदाताओं ने अपेक्षित महत्व नहीं दिया। पराजय स्वीकार करते हुए हुड्डा ने उम्मीद जताई कि नई सरकार विकास की गति बरकरार रखेगी। हुड्डा ने देर शाम अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
मोदी लहर पर सवार भाजपा महाराष्ट्र में महाबढ़त दर्ज करते हुए सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी। हालांकि रविवार को आए विधानसभा चुनाव नतीजों में भाजपा बहुमत से महज 23 सीट पीछे रह गई। त्रिशंकु विधानसभा के कारण अब राज्य में सरकार बनाने की संभावनाएं तलाशने के लिए सियासी हलचल तेज हो गई है।
एनसीपी समर्थन देगी : एनसीपी ने भाजपा को सरकार बनाने के लिए बाहर से समर्थन देने की पेशकश की है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि महाराष्ट्र में हम सरकार बनाएंगे। साथ ही संकेत दिए कि पार्टी एनसीपी के बाहर से समर्थन देने की पेशकश के खिलाफ नहीं है।
शिवसेना पहल नहीं करेगी: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा,‘अगर भाजपा एनसीपी के समर्थन पर राजी है तो उन्हें एनसीपी के साथ जाने दें। अगर हमने संपर्क किया और भाजपा ने मना कर दिया तो क्या होगा?’