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काटजू के खुलासे पर सियासी बवाल

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कंडय काटजू ने यूपीए सरकार के दौरान एक जज पर भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद उन्हें मद्रास हाईकोर्ट का जज बनाने के आरोप लगाए हैं। इस मुद्दे पर सोमवार को संसद के दोनों...

काटजू के खुलासे पर सियासी बवाल
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 22 Jul 2014 08:30 AM
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सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कंडय काटजू ने यूपीए सरकार के दौरान एक जज पर भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद उन्हें मद्रास हाईकोर्ट का जज बनाने के आरोप लगाए हैं। इस मुद्दे पर सोमवार को संसद के दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ और विषय पर चर्चा की मांग उठी।

पूर्व कानून मंत्री हंसराज भारद्वाज ने जज का कार्यकाल बढ़वाने के लिए चीफ जस्टिस को पत्र लिखने की बात तो मानी, लेकिन काटजू द्वारा लगाए अन्य आरोपों को खारिज कर दिया।

अन्नाद्रमुक का हंगामा: राज्यसभा में प्रश्नकाल शुरू होने पर काटजू के हवाले से प्रकाशित रिपोर्ट को लेकर अन्नाद्रमुक सदस्यों ने हंगामा किया। इन्होंने प्रश्नकाल निलंबित करने और जजों की नियुक्ति में राजनीतिक हस्तक्षेप के मुद्दे पर चर्चा की मांग रखी। सदस्यों ने पूछा कि क्या पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को जज पर लगे आरोपों की जानकारी थी। क्या सरकार की सहयोगी द्रमुक ने जज की पदोन्नति के लिए दबाव डाला था। इस हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

भारद्वाज ने चिट्ठी लिखना कबूला:  पूर्व कानून मंत्री भारद्वाज ने माना कि तमिलनाडु के एक जज का कार्यकाल बढ़ाने के लिए उन्होंने चीफ जस्टिस को पत्र लिखा था। ऐसा उन्होंने यूपीए के सहयोगी दल डीएमके के कहने पर किया।

काटजू के आरोप खारिज किए: भारद्वाज ने कहा कि कार्यकाल में विस्तार प्रक्रिया के तहत ही हुआ। हम पर कोई दबाव नहीं था। डीएमके सांसदों का कहना था कि वह जज पिछड़ी जाति से हैं इसीलिए इनके साथ अन्याय हो रहा है। हमने चीफ जस्टिस को लिखा कि उनका मामला जांच का विषय है। तब तक इन्हें सेवा विस्तार दे दिया जाए।

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