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नरेन्द्र मोदी की पत्नी बाबा रामदेव के आश्रम में!

प्रतिष्ठित अंग्रेजी पत्रिका दि वीक की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्नी पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के गुजरात की वडोदरा सीट से नामांकन पत्न दाखिल करने के...

नरेन्द्र मोदी की पत्नी बाबा रामदेव के आश्रम में!
एजेंसीThu, 24 Apr 2014 01:17 AM
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प्रतिष्ठित अंग्रेजी पत्रिका दि वीक की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्नी पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के गुजरात की वडोदरा सीट से नामांकन पत्न दाखिल करने के बाद उनकी परित्यक्त पत्नी जसोदा बेन को तीर्थाटन के बहाने कड़ी सुरक्षा के बीच ऋषिकेश स्थित योगगुरु बाबा रामदेव के एक आश्रम में भेज दिया गया है।

पत्निका ने विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) और द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्रूपानंद सरस्वती के सूत्नों के हवाले से यह दावा किया है। पत्निका के 27 अप्रैल को आने वाले अंक की एक विशेष रिपोर्ट में कहा गया है कि 13 अप्रैल को मोदी के नामांकन पत्न में जसोदाबेन को पत्नी स्वीकारने के बाद कुछ हिन्दू कार्यकर्ता एवं सुरक्षा अधिकारी तीर्थयात्नियों के वेष में ब्राह्मणवाडा गांव में जसोदा बेन के घर तीन सफेद एसयूवी गाडियों में गए और उन्होंने जसोदा बेन को चार धाम की यात्ना पर जाने का प्रस्ताव किया। उन्होंने कहा कि आपका चारधाम की यात्ना का सपना पूरा होने वाला है।
 
सूत्नों ने बताया कि यह समूह जसोदा बेन को गाड़ियों से अहमदाबाद लाया और फिर वहां से एक चार्टर्ड विमान से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड की सीमा पर स्थित किसी स्थान पर लाया गया। रिपोर्ट में इस स्थान का नाम औरंगाबाद बताया गया है। सूत्नों के अनुसार वहां से गाड़ियों में बिठाकर उन्हें ऋषिकेश में नीलकंठ महादेव मंदिर के समीप पहाड़ी पर स्थित बाबा रामदेव के आश्रम में पहुंचाया गया। रिपोर्ट के अनुसार आश्रम में काम करने वालों ने भी स्वीकार किया कि 13 तारीख को वहां एक महिला आई है।
रिपोर्ट के अनुसार, शंकराचार्य से जुड़े सूत्नों ने बताया कि जसोदाबेन गुजरात के सुरक्षा बलों के उच्च अधिकारियों की देखरेख में हैं। सूत्नों का यह भी कहना है कि जसोदाबेन को शायद ये पता भी नहीं है कि उनके साथ जो लोग हैं, वे तीर्थयात्नी नहीं बल्कि वे लोग हैं जिन्हें उन्हें सार्वजनिक रूप से नजर आने से बचाने की जिम्मेदारी दी गई है।

रिपोर्ट के अनुसार इन बातों और जसोदाबेन को मोदी द्वारा इतने लंबे समय से अलग रखने को लेकर जसोदाबेन के परिवार को कोई हालांकि शिकायत नहीं है। जसोदाबेन के भाई कमलेश गरीबी में गुजर बसर कर रहे हैं लेकिन उनकी पत्नी सीताबेन मोदी की कट्टर समर्थक हैं। वह कहती है, उन्होंने मोदी ने देश के लिए बहुत कुर्बानी दी है। हम उन्हें पत्नी की अनदेखी का दोषी नहीं मानते हैं।
 
रिपोर्ट में कहा गया है कि मीडिया में विवादों के बावजूद राजनीतिक दल इस मामले में हाथ डालने से डर रहे हैं। उन्हें लगता है कि कहीं उन्होंने इस मामले को उठाया और जसोदाबेन मोदी के समर्थन में आ खडी हुई जिसकी ज्यादा संभावना है, तो उनकी बड़ी भद्द पिटेगी।

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