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एनआईटी की फीस 70 हजार से बढ़ाकर सवा लाख प्रतिवर्ष की गई

आईआईटी के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने देश के दूसरे नंबर के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों एनआईटी में भी फीस बढ़ाने को मंजूरी दे दी है। एनआईटी में फीस 70 हजार से बढ़ाकर 1.25 लाख प्रतिवर्ष की गई है।...

एनआईटी की फीस 70 हजार से बढ़ाकर सवा लाख प्रतिवर्ष की गई
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 27 Jun 2016 08:06 PM
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आईआईटी के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने देश के दूसरे नंबर के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों एनआईटी में भी फीस बढ़ाने को मंजूरी दे दी है। एनआईटी में फीस 70 हजार से बढ़ाकर 1.25 लाख प्रतिवर्ष की गई है। इसी शैक्षणिक सत्र से बढ़ी हुई फीस लागू होगी। जबकि पहले से पढ़ रहे छात्रों को पुरानी फीस ही देनी होगी।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अनुसार सभी एनआईटी को निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि इस सत्र से भर्ती होने वाले छात्रों ने बढ़ी हुई दरों पर फीस ली जाए। देश में 31 एनआईटी हैं जिनमें हर साल इंजीनियरिंग के करीब 25 हजार छात्र प्रवेश लेते हैं।
मंत्रालय के अनुसार अनुसूचित जाति, जनजाति, विकलांगों तथा आर्थिक रूप से अत्यधिक कमजोर जिनके परिवार की वार्षिक आय एक लाख रुपये से कम है, उन्हें पूरी तरह से फीस माफ होगी। इसके अलावा जिन छात्रों के अभिभावकों की वार्षिक आय एक लाख से ज्यादा किन्तु पांच लाख से कम है, उन्हें दो तिहाई फीस माफ होगी तथा एक तिहाई ही चुकानी होगी।

मंत्रालय का कहना है कि फीस बढ़ोत्तरी से गरीब छात्रों को कोई दिक्कत पेश नहीं आएगी। मंत्रालय ने कहा कि एनआईटी काउंसिल की मंजूरी के बाद फीस बढ़ोत्तरी को मंजूरी दी गई है। साथ ही साफ किया है कि इस साल से प्रवेश लेने वाले नए छात्रों के लिए ही फीस बढ़ोत्तरी लागू होगी। सभी एनआईटी को इसे क्रियान्वित करने को कहा गया है।

बता दें कि कुछ दिन पूर्व सरकार ने आईआईटी की फीस भी इसी फार्मूले पर बढ़ाई थी। आईआईटी की फीस 90 हजार से बढ़ाकर दो लाख प्रतिवर्ष की गई थी। एनआईटी की तर्ज पर आईआईटी में भी जरूरतमंद छात्रों की फीस माफ की गई है।

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