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मोदी को मारने की धमकी, पुलिस की नींद उड़ी

मथुरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली की तैयारियों के बीच उन्हें मारने की 'वाट्सएप' पर मिली धमकी ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। मथुरा में तो सनसनी है ही, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने भी वहां...

मोदी को मारने की धमकी, पुलिस की नींद उड़ी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 24 May 2015 02:18 PM
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मथुरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली की तैयारियों के बीच उन्हें मारने की 'वाट्सएप' पर मिली धमकी ने पुलिस की नींद उड़ा दी है। मथुरा में तो सनसनी है ही, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने भी वहां नजरें गड़ा दी हैं। उधर, मथुरा पुलिस ने धमकी देने वाले युवक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की है। साथ ही परिवारजनों को बुलाकर बात की जा रही है।

मथुरा के एसएसपी डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बताया कि वाट्सएप पर धमकी देने वाले युवक संत सिंह का पता चला गया है। वह मांट थाना इलाके का रहने वाला है। उसके माता-पिता को बुलाकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस केस दर्ज कर तफ्तीश में जुटी है। फिलहाल, कोई गंभीर मामला उजागर नहीं हुआ है। फिर भी, स्थानीय पुलिस और एलआईयू को और चौकन्ना रहने को कहा गया है।

इस रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व अन्य बड़े नेता शामिल होंगे। इनमें से कमोबेश सभी आतंकी संगठनों के निशाने पर हैं। इसके चलते केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने पहले से मथुरा में डेरा डाल रखा है। हर गतिविधि पर नज़र रखी जा रही है। खाड़ी देशों से आने वाली हर कॉल के अलावा इलाके के संदिग्ध लोगों पर निगाह रखी जा रही है।

नावली के रामवीर ने किया था मैसेज, भाई पकड़ा

प्रधानमंत्री की हत्या किए जाने की कथित धमकी दिए जाने वाला मैसेज नौहझील थाना क्षेत्र के नावली गांव में रहने वाले रामवीर ने लोगों के मोबाइल पर भेजा था। पुलिस ने उसके भाई को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। उसके खिलाफ सदर थाने में सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया जा रहा है। मैसेज भेजने वाला फरार है।

एसपी सिटी शैलेश कुमार पाण्डे ने इस मामले की पुष्टि करते हुए शीघ्र गिरफ्तार किए जाने की बात कही है। दीनदयाल धाम में प्रधानमंत्री की सभा में नरेन्द्र मोदी की हत्या किए जाने का कथित मैसेज नौहझील के ग्राम नावली में रहने वाले रामवीर सिंह ने व्हाट्सअप के जरिए लोगों को भेजा था। इसकी जानकारी पुलिस ने कर ली है।

पुलिस ने रामवीर को पकड़ने के लिए उसके घर पर दबिश दी। पुलिस की दबिश से पूर्व ही रामवीर वहां से भाग गया। इसकी पुष्टि एसपी सिटी शैलेश पाण्डे ने भी की। रामवीर नौहझील स्थित किसी ईंट भट्टे पर मुनीम का काम किया करता था।

धमकी भरे पत्र से बढ़ी सुरक्षा एजेंसियों की धड़कनें

प्रधानमंत्री की सभा से पूर्व मिले धमकी भरे मैसेज के बाद अब एक पत्र ने सुरक्षा एजेंसियों की धड़कने बढ़ा दी हैं। मैसेज और पत्र की इबारतों का मंथन सुरक्षा एजेंसियों ने शुरू कर दिया है। प्रधानमंत्री की मथुरा में हत्या किए जाने की कथित धमकी दिए जाने के मैसेज और पत्र भेजने वाले को पुलिस किसी सिरफिरे की साजिश मानकर चल रही है।

एसपी क्राइम ने पत्र मिलने की पुष्टि करते हुए जांच की बात कही है। भगवान कृष्ण की नगरी में प्रधानमंत्री को बम से उड़ा दिए जाने की कथित धमकी भरा एसएमएस और पत्र मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों की हार्टबीप को बढ़ा कर रख दिया है। पुलिस और खुफिया विभाग की टीमें धमकी भरा एसएमएस और पत्र भेजने वाले को चिन्हित करने में जुट गई हैं।

धमकी भरा एमएमएस 20 मई को करीब पौने दस बजे और शाम पौने छह बजे मिलने की बात कही जा रही है। धमकी भरा पत्र करीब चार दिनपूर्व पुलिस की वीआईपी सैल को मिलने की पुष्टि एसपी क्राइम अशोक कुमार राय के द्वारा की जा रही है।

एसपी क्राइम अशोक कुमार रॉय ने बताया कि पुलिस कार्यालय में आने वाली सामान्य डाक में यह पत्र आया था। पत्र की इबारत को पढ़ने से लगता है कि उसे किसी सिरफिरे ने लिखा है। मामला प्रधानमंत्री की सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने पत्र भेजनेवाले की तलाश के लिए पुलिस टीम को लगा दिया था। पत्र किस डाक घर से पोस्ट किया गया। पत्र भेजने वाले की हैंड राइटिंग आदि से उसकी मानसिकता के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

कथित धमकी भरे एसएमएस और पत्र के मिलने के बाद प्रधानमंत्री की सुरक्षा में किसी प्रकार का कोई बदलाव नहीं किया गया है। प्रधानमंत्री और सभा स्थल की सुरक्षा फुलप्रूफ है। केन्द्र व राज्य के अधिकारियों द्वारा प्रधानमंत्री की सुरक्षा के प्लान को लगातार चेक किया जा रहा है। जो भी खामियां उच्चधिकारियों व खुफिया विभाग को नजर आ रही हैं उन्हें तुरंत दूर किया जा रहा है।

एसपी क्राइम ने बताया कि स्टेशन,बस स्टेण्ड, शापिंग मॉल आदि को बम से उड़ाए जाने के धमकी भरे पत्र और एसएमएस अक्सर मिलते रहते है। उनमें सच्चई नहीं होती है। फिर भी पुलिस एसएमएस और पत्र को लेकर कोई काताही नहीं बरत रही है। पुलिस की सर्विलाइंस टीम एसएमएस भेजनेवाले के मोबाइल नम्बर को ट्रेस करने के काम में लगी है।

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