नटवर का दावा मार्केटिंग का हथकंडा: मनमोहन सिंह
नटवर सिंह की किताब में सोनिया गांधी के बारे में टिप्पणी को लेकर विवाद के बीच पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को कहा कि यह अपने उत्पाद की मार्केटिंग करने का प्रयास है और उनकी इन बातों को...
नटवर सिंह की किताब में सोनिया गांधी के बारे में टिप्पणी को लेकर विवाद के बीच पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने गुरुवार को कहा कि यह अपने उत्पाद की मार्केटिंग करने का प्रयास है और उनकी इन बातों को खारिज कर दिया कि पीएमओ की फाइलों को मंजूरी के लिए कांग्रेस अध्यक्ष के पास भेजा जाता था।
उन्होंने इस अवसर का इस्तेमाल अपने पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू पर भी निशाना साधने के लिए किया। सिंह ने कहा कि बारू ने भी कुछ दावे करके अपनी पुस्तक की मार्केटिंग करने का प्रयास किया था।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अपने उत्पाद की मार्केटिंग करने का प्रयास है। उन्होंने ये बातें अपने पूर्व साथी नटवर सिंह द्वारा सोनिया गांधी के 2004 में प्रधानमंत्री का पद ठुकराए जाने और अन्य मुद्दों पर टिप्पणी करने पर प्रतिक्रिया मांगे जाने के दौरान कही।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह सोचते हैं कि बारू ने भी अपनी पुस्तक द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर की मार्केटिंग के लिए इसी तरह के हथकंडे को अपनाया था तो सिंह ने कहा, हां।
यह पूछे जाने पर कि क्या अंदरूनी लोगों का कुछ बातों का खुलासा करना सही है तो पूर्व प्रधानमंत्री ने पलटकर कहा कि किस तरह का खुलासा। सिंह ने कहा कि उन्होंने नटवर सिंह की आत्मकथात्मक पुस्तक वन लाइफ इज नॉट एनफ को नहीं देखा है। उन्होंने साथ ही कहा कि निजी बातचीत को वित्तीय फायदे के लिए सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए।
बारू की तरह नटवर सिंह ने भी दावा किया है कि पीएमओ की फाइलें मंजूरी के लिए सोनिया के पास भेजी जाती थीं। जब मनमोहन सिंह का ध्यान इस ओर दिलाया गया तो उन्होंने कहा कि मैंने इसका तब भी खंडन किया था और अब फिर से दोहरा रहा हूं कि यह सही नहीं है।