उद्धव ने भाजपा की 135 सीटों की मांग खारिज की, संकट गहराया
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर अपना रुख और भी सख्त करते हुए शिवसेना ने अपने सहयोगी दल के 135 सीटों पर चुनाव लड़ने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया और कहा कि...
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के साथ सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर अपना रुख और भी सख्त करते हुए शिवसेना ने अपने सहयोगी दल के 135 सीटों पर चुनाव लड़ने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया और कहा कि अगर सीटों के बंटवारे पर वार्ता विफल रहती है तब अकेले चुनाव में जाने का विकल्प है।
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा एक प्रस्ताव पेश किया है जिसके तहत वे 135 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं और मैंने इसे खारिज कर दिया है।
लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करने वाला भाजपा-शिवसेना गठबंधन राज्य में विधानसभा चुनाव में इस प्रदर्शन को दोहरा कर 15 वर्ष पुराने कांग्रेस़़-राकांपा गठबंधन को सत्ता से हटाने की उम्मीद कर रहा है, हालांकि सीटों के बंटवारे के मुद्दे पर गठबंधन की असहज स्थिति का अंदाजा इस बात से लगता है जब उद्धव ने यह कहते हुए अकेले ही चुनावी वैतरणी पार करने के अपने इरादे का संकेत दिया कि अगर वार्ता विफल रहती है तब शिवसेना अकेले जा सकती है।
उद्धव ने कहा कि हर चीज का कोई विकल्प होता है। मैंने भाजपा को यह बता दिया है कि मैं एक सीमा से आगे नहीं जा सकता। उद्धव से पूछा गया था कि अगर सीटों के बंटवारे के फार्मूले पर बात नहीं बनती है तब क्या शिवसेना ने विकल्प खुले रखे हैं।
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं प्रवक्ता राजीव प्रताप रूडी ने रविवार को कहा था कि उनकी पार्टी ने प्रस्ताव किया है कि आरपीआई :ए: और राजू शेट्टी नीत स्वाभिमानी शेतकरी संघटना जैसे छोटे सहयोगियों के लिए सीटें आवंटित करने के बाद महायुती के दो प्रमुख सहयोगी 135—135 सीटों पर चुनाव लड़ें।
उद्धव ने भाजपा प्रवक्ता माधव भंडारी के कल के उस दावे को गलत बताया जिसमें उन्होंने कहा था कि राजग के दोनों पुराने सहयोगियों के बीच वार्ता रुक गई, क्योंकि उन्होंने :उद्धव: ने शनिवार को एक समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कमतर बताने की कोशिश की।