लालू, रमन के सुरक्षा घेरे में हो सकती है कटौती
अति महत्वपूर्ण हस्तियों की सुरक्षा में बड़ी फेरबदल करते हुए छत्तीसगढम् के मुख्यमंत्री रमन सिंह और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की सुरक्षा में लगे एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडों को वापस लिया जा सकता है। वहीं...
अति महत्वपूर्ण हस्तियों की सुरक्षा में बड़ी फेरबदल करते हुए छत्तीसगढम् के मुख्यमंत्री रमन सिंह और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की सुरक्षा में लगे एनएसजी के ब्लैक कैट कमांडों को वापस लिया जा सकता है। वहीं सारदा घोटाले के आरोपी मतंग सिंह का जेड प्लस सुरक्षा घेरा जारी रह सकता है।
केंद्रीय गृह सचिव एल् गोयल की अध्यक्षता में हाल ही में एक बैठक में सभी वीआईपी को संभावित खतरे के बारे में चर्चा की गई और फैसला किया गया कि पंजाब के पूर्व पुलिस अधिकारी केपीएस गिल, केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी और जितेंद्र सिंह को पूरे देश में जेड प्लस सुरक्षा मिलती रहेगी। जिन नेताओं की सुरक्षा वापस ली गई है, उनमें कांग्रेस नेता मनीष तिवारी और श्रीप्रकाश जायसवाल भी शामिल हैं। दोनों को जेड श्रेणी की सुरक्षा मिली थी। कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी, जितिन प्रसाद, पीएल पुनिया और सलीम शेरवानी भी इनमें शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि लालू प्रसाद और नक्सलियों से गंभीर खतरे का सामना करने वाले रमन सिंह के सुरक्षा घेरे में से एनएसजी कमांडो को हटाने का फैसला लिया गया है लेकिन कोई औपचारिक आदेश अभी तक जारी नहीं किया गया है। संभावना है कि इन दोनों नेताओं के लिए अब एनएसजी जवानों की जगह सीआरपीएफ के जवान ले लेंगे। लालू को दिल्ली और बिहार में ही जेड प्लस सुरक्षा मिलेगी वहीं रमन सिंह का केंद्रीय बल का सुरक्षा घेरा छत्तीसगढ़ तक ही सीमित रहेगा। केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह को पहली बार जेड सुरक्षा मिलेगी।