नक्सलियों के खौफ से रात भर खड़ी रहीं ट्रेनें
नक्सलियों ने शुक्रवार रात किऊल-हावड़ा रेलमार्ग पर ट्रेनों का आवागमन रोक दिया। रात 10.55 पर हथियारबंद नक्सलियों की धमकी के बाद केबिनमैन ने किसी ट्रेन को सिग्नल नहीं दिया। एसपी रेलवे ने लखीसराय पुलिस...
नक्सलियों ने शुक्रवार रात किऊल-हावड़ा रेलमार्ग पर ट्रेनों का आवागमन रोक दिया। रात 10.55 पर हथियारबंद नक्सलियों की धमकी के बाद केबिनमैन ने किसी ट्रेन को सिग्नल नहीं दिया।
एसपी रेलवे ने लखीसराय पुलिस से मदद मांगी और सुरक्षा कारणों से रात में ट्रेन नहीं चलाई। पौ फटते के बाद किऊल हावड़ा रेलखंड के ट्रैक की जांच कराने के बाद ट्रेनों का परिचालन शुरु हुआ।
शनिवार की सुबह अप लाइन 7.15 और डाउन लाइन पर 8.00 बजे ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ। इस दौरान रात में अप विभूति एक्सप्रेस और पूवार् एक्सप्रेस का आसनसोल से रूट बदल दिया गया।
मिथिला एक्सप्रेस रात 11.15 से सुबह 7.58 तक झाझा स्टेशन पर खड़ी रहीं।
दानापुर हावड़ा, डाउन विभूति एक्सप्रेस, पंजाब मेल अप और डाउन तथा गंगा सागर एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें भी रात भर जहां की तहां खड़ी रहीं। ट्रेन यात्रियों ने भी खौफ के बीच रात गुजारी।
ये है मामला
पुलिस और रेल पुलिस के सारे दावों को धता बता हथियारबंद नक्सलियों ने शुक्रवार की रात बिहार में झाझा के पास भलुई हॉल्ट की केबिन पर कब्जा कर लिया।
इससे किऊल हावड़ा रूट की ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह ठप हो गया। मामले की गंभीरता का देखते हुए टाटानगर (जमशेदपुर) में अलर्ट घोषित कर दिया गया।
नक्सलियों ने केबिनमैन दिनेश प्रसाद और पोर्टर चंद्रिका प्रसाद को गोली मारने की धमकी देकर अपने कब्जे में कर लिया।
बीस से अधिक हथियार बंद नक्सली भलुई हॉल्ट पहुंचे और केबिन मैन और पोर्टर को सिग्नल देने पर मारने की धमकी दी।