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Hindi Newsसमुद्र सीमा पर आंखें नहीं दिखा पाएगा दुश्मन: पर्रिकर

समुद्र सीमा पर आंखें नहीं दिखा पाएगा दुश्मन: पर्रिकर

रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि समुद्र के निगरानी तंत्र को और मजबूत बनाए जाने की जरूरत है ताकि देश की रक्षा में किसी प्रकार की चूक नहीं हो। क्योंकि हमारे कुछ पड़ोसी देशों की नौसेना हमारे समुद्र...

समुद्र सीमा पर आंखें नहीं दिखा पाएगा दुश्मन: पर्रिकर
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 23 Nov 2014 09:47 PM
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रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि समुद्र के निगरानी तंत्र को और मजबूत बनाए जाने की जरूरत है ताकि देश की रक्षा में किसी प्रकार की चूक नहीं हो। क्योंकि हमारे कुछ पड़ोसी देशों की नौसेना हमारे समुद्र सीमा में घुसपैठ की कोशिश कर रही है लेकिन हम उनकी गतिविधियों पर पैनी निगाह रख रहे हैं और हमें हर स्थिति के लिए तैयार रहना होगा।

गुडम्गांव में नौसेना द्वारा स्थापित इन्फार्मेशन मैनेजमेंट एंड एनेलिसिस सेंटर (आईमैक) का उद्घाटन करते हुए पर्रिकर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमें दुश्मन की हर गतिविधि पर नजर रखनी होगी। हमें आक्रामक होने की जरूरत नहीं है लेकिन अपनी रक्षा तैयारियां दुरुस्त रखनी होंगी, ताकि दुश्मन हमें आंखें नहीं दिखा सकें।

गुड़गांव में 450 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित आईमैक से नौसेना एवं तटरक्षक बल के 51 स्टेशन जुड़े हैं जहां से सीधे आंकड़े प्राप्त होते हैं। इसमें लगे साफ्टवेयर की मदद से समुद्र में जहाजों की गतिविधियों पर नजर रखी जाती है। साथ ही यह साफ्टेवयर असहज परिस्थितियां पैदा होने पर अलर्ट भी जारी करता है। पर्रिकर ने कहा कि इस केंद्र के शुरू होने के बाद समुद्री सुरक्षा मजबूत हुई है और 26/11 जैसी घटनाओं की रोकथाम हो सकेगी। पर्रिकर ने कहा कि अभी समुद्र सुरक्षा के लिए और कदम उठाए जाने की जरूरत है। हमें मत्स्य नौकाओं की निगरानी के लिए भी तंत्र विकसित करना होगा जिनकी तादात दो-तीन लाख है। ये नौकाएं हमारे समुद्र क्षेत्र में सक्रिय रहती हैं। इनको भी समुद्री सर्विलांस के दायरे में लाना होगा ताकि हम समुद्र सुरक्षा को फुलप्रूफ बना पाएं।

इस मौके पर नौसेना प्रमुख आरके धोवन ने कहा कि इस केंद्र से समुद्र की सुरक्षा को मजबूती मिलेगी। इस मौके पर रक्षा राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह, रक्षा सचिव आरके मौजूद समेत तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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