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मेहदी की गिरफ्तारी पर बेंगलुरु पुलिस को धमकी

आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के समर्थन में ट्विटर अकाउंट चलाने वाले मेहदी मसरूर विश्वास को बेंगलुरु पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उपायुक्त अभिषेक गोयल को उनके ट्विटर अकाउंट पर एक धमकी...

मेहदी की गिरफ्तारी पर बेंगलुरु पुलिस को धमकी
एजेंसीSun, 14 Dec 2014 11:34 PM
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आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के समर्थन में ट्विटर अकाउंट चलाने वाले मेहदी मसरूर विश्वास को बेंगलुरु पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उपायुक्त अभिषेक गोयल को उनके ट्विटर अकाउंट पर एक धमकी भरा संदेश आया है। संदेश में मेहदी की गिरफ्तारी का बदला लेने की बात कही गई है। वहीं, मेहदी को शनिवार रात मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उसे पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।

पुलिस के अनुसार, मेहदी ने कबूल किया है कि वह जिहाद समर्थक ट्विटर अकाउंट (ऐट द रेट आफ शमी विटनेस) चला रहा था, जो आईएसआईएस में भर्ती होने वाले नए सदस्यों के लिए भड़काने और सूचना का स्रोत बन गया था। उसे आईपीसी, गैरकानूनी गतिविधि कानून और आईटी कानून की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। इसी बीच, गोयल को मेहदी की गिरफ्तारी के बारे में ट्वीट करने पर एक धमकी भरा संदेश मिला है। एट द रेट ऑफ एबाउनफल 6 से भेजे गए जवाब में कहा गया है, एट द रेट ऑफ गोयल अंडर स्कोर अभी, हम अपने भाइयों को आपके हाथ में नहीं छोड़ेंगे। बदला आ रहा है, हमारी प्रतिक्रिया का इंतजार कीजिए। इस धमकी पर गोयल ने कहा, व्यक्तिगत रूप से मैं इस धमकी को गंभीरता से नहीं ले रहा और न ही बहुत ज्यादा परेशान हूं।

बेंगलुरु में ऐट द रेट आफ शमी विटनेस चलाने वाले आईएसआईएस ट्विटर विचारक की मौजूदगी पर भरोसेमंद खुफिया सूचना मिलने के बाद शहर के पुलिस प्रमुख ने एक विशेष टीम बनाई थी, जिसने अपनी जांच में मेहदी को एक कमरे के किराए वाले मकान से गिरफ्तार किया था।

भारत में और भी है मेहदी
सोशल मीडिया पर भारत में आईएस का प्रचार करने वाला सिर्फ मेहदी अकेला शख्स नहीं है। पिछले दिनों मुंबई में गिरफ्तार किए गए आरिफ मजीद ने खुफिया एजेंसियों को पूछताछ में बताया था कि कई और युवक विभिन्न माध्यमों से युवाओं को आईएस से जोड़ने के लिए उसके पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। अब तक ऐसी गतिविधियों में शामिल दो लोगों को चिन्हित भी किया जा चुका है, जिन पर खुफिया एजेंसियां नजर रख रही हैं। हालांकि, अभी तक मेहदी सहित इन सभी लोगों का आईएस से सीधा कनेक्शन या फिर किसी तरह की आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के साक्ष्य सामने नहीं आए हैं। यही वजह है कि आईबी और एनआईए ने मेहदी को तब तक गिरफ्तार नहीं किया, जबतक कि ब्रिटिश चैनल 4 ने उसकी पहचान सार्वजनिक नहीं कर दी। एनआईए के अनुसार, भारत में आईएस के प्रचार में शामिल अन्य युवकों पर नजर रख रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी से पहले हम कुछ और साक्ष्य जुटा लेना चाहते हैं।

जांच में जुटी बेंगलुरु पुलिस
बेंगलुरु पुलिस अब आईएस की वास्तविक एवं आभासी दुनिया से मेहदी के हरसंभव रिश्तों का पता लगाने में जुटी है। पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में पता चला है कि मेहदी आईएस की विचारधारा का प्रचारक था और वह हमारे उन मित्र देशों के खिलाफ विचार तैयार करने में अहम भूमिका निभा रहा था, जिनके खिलाफ आईएस जंग छेड़े हुए है। जांच टीम भारत में ही मेहदी के किसी संपर्क की मौजूदगी या किसी स्लीपर सेल के होने या न होने की भी जांच कर रही है।

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