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तलाश के फरमान से केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपति भ्रमित

मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के एक फरमान से केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। कुलपतियो को कहा गया है कि वे ऐसी  40 महान विभूतियों की पहचान करें और...

तलाश के फरमान से केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपति भ्रमित
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 18 Sep 2014 09:58 PM
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मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के एक फरमान से केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है। कुलपतियो को कहा गया है कि वे ऐसी  40 महान विभूतियों की पहचान करें और फिर उन स्कूल, कालेज और विश्वविद्यालयों को तलाश करें जहां उन्होंने शिक्षा हासिल की थी। ताकि उन स्कूल, कालेजों एवं विश्वविद्यालयों को विकसित कर नई पहचान दी जा सके।

श्रीमती ईरानी ने हाल में केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुपलतियों के साथ चंडीगढ़ में बैठक की। जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई है। लेकिन महान विभूतियों की तलाश के मुद्दे पर बैठक में चर्चा तो हुई लेकिन कई चीजें स्पष्ट नहीं किए जाने से कुलपतियों में अब भ्रम पैदा हो गया है। वे नहीं समझ पा रहे है कि मानव विभूतियों की तलाश में कौन से मानक अपनाए जाएं। मोटे तौर पर कुलपति इसे राजनीतिक पहल मान रहे हैं। हालांकि कोई भी कुलपति इस मुद्दे पर खुलकर बोलने को तैयार नहीं है।

इस बैठक में भाग लेने वाले ज्यादातर कुलपतियों की समझ में नहीं आ रहा है कि वे महान विभूतियों की तलाश का क्या पैमाना रखें। इसमें क्या राजनीतिक पृष्ठभूमि के व्यक्तियों को भी शुमार करें या नहीं। गैर राजनीतिक क्षेत्र के व्यक्तियों में भी विभिन्न दलों के प्रति झुकाव वाले लोग होते हैं, उन्हें शामिल किया जाए या नहीं। कुछ कुलपतियों का मानना है कि इसमें स्पष्ट ईशारा है कि भाजपा और संघ की पृष्ठभूमि वाली महान विभूतियों की तलाश करके सूची बनाई जाए ताकि उनके स्कूल, कालेजों एवं विश्वविद्यालयों की उनके नाम से ब्रांडिंग की जाए और इसके लिए केंद्र मदद प्रदान करे। मंत्रलय की तरफ सेअभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि इस योजना को आगे कैसे बढ़ाया जाएगा।

मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार अगले एक महीने के भीतर विश्वविद्यालयों की तरफ से ऐसी विभूतियों की सूची मानव संसाधन मंत्री को सौंपी जाएगी।

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