जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री पद पर उमर ने पूरे किए चार साल
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर सरकार ने अपने कार्यकाल के चार वर्ष आज पूरे कर लिए। उन्होंने राज्य को शांति, प्रगति और समृद्धि के रास्ते पर ले जाने में सहयोग के लिए जनता को...
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर सरकार ने अपने कार्यकाल के चार वर्ष आज पूरे कर लिए। उन्होंने राज्य को शांति, प्रगति और समृद्धि के रास्ते पर ले जाने में सहयोग के लिए जनता को धन्यवाद किया।
उमर ने कहा कि जम्मू और कश्मीर को शांतिपूर्ण और समृद्ध भविष्य की ओर ले जाने में लोगों के सहयोग, भागीदारी और विश्वास के लिए यहां के लोगों का शुक्रिया।
राज्य के लगभग सभी प्रमुख स्थानीय दैनिक अखबारों में प्रकाशित विज्ञापनों में उमर ने कहा कि चार साल पहले, दिल में उम्मीद लेकर हमने राज्य में शांति, समृद्धि और प्रगति लाने का संकल्प किया था। यह सफर काफी लंबा रहा लेकिन हम जम्मू कश्मीर की जनता की वजह से आगे बढ़ सके।
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हालांकि राज्य पिछले चार सालों में काफी बदला है फिर भी अभी हमें बहुत कुछ हासिल करना है और इस दिशा में काफी कुछ किया जाना बाकी है।
उमर ने कहा कि आज चार साल हो गए हैं, हम आज दोबारा नई उंचाइयां हासिल करने के अपने लक्ष्य के प्रति खुद को समर्पित करते हैं। उमर पिछले दशक के ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जो इस पद पर तीन साल से ज्यादा समय तक बने रह सके हैं और संभावना है कि वह मुख्यमंत्री के रूप में अपना छह साल का कार्यकाल पूरा कर सकेंगे।
इससे पहले उमर के पिता और केंद्रीय मंत्री फारूख अब्दुल्ला ने 1996 से 2002 तक मुख्यमंत्री पद पर बने रह कर अपना कार्यकाल पूरा किया था। अपना कार्यकाल पूरा करने वाले वह राज्य के आखिरी मुख्यमंत्री थे।
फारूख के बाद और उमर के पहले आने वाले मुख्यमंत्रियों में गुलाम नबी आजाद और मुफ्ती मोहम्मद सईद थे, जो पीडीपी और कांग्रेस के बीच सत्ता बंटवारे के समझौते के तहत तीन-तीन साल तक इस पद पर बने रह सके।
उमर की नेशनल कांफ्रेंस राज्य में कांग्रेस के साथ गठबंधन बनाकर सत्ता में है।